Republic Day Parade: आज भारत अपना 76वां गणतंत्र दिवस मना रहा है, जो देश के संविधान को अपनाने और लोकतांत्रिक मूल्यों की स्थापना का प्रतीक है। राजधानी दिल्ली में कर्तव्य पथ पर इस ऐतिहासिक दिन को भव्य समारोहों और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ मनाया जा रहा है।
कर्तव्य पथ पर तिरंगा और परेड
सुबह 10:30 बजे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कर्तव्य पथ पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इसके साथ ही 90 मिनट की भव्य परेड की शुरुआत हुई। इस वर्ष समारोह में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी इस ऐतिहासिक मौके पर मौजूद रहे।
सांस्कृतिक विरासत और विकास का प्रदर्शन
परेड की शुरुआत देशभर से आए 300 कलाकारों ने पारंपरिक वाद्य यंत्रों पर "सारे जहां से अच्छा" की धुन बजाकर की। इसके बाद 5,000 से अधिक कलाकारों ने भारत की सांस्कृतिक विरासत और विकास यात्रा का प्रदर्शन किया। इस बार की गणतंत्र दिवस परेड की थीम "गोल्डन इंडिया - हेरिटेज एंड डेवलपमेंट" रखी गई है।
कर्तव्य पथ पर 31 झांकियां शामिल हुईं, जिनमें 16 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ-साथ केंद्र सरकार के 15 मंत्रालयों की झांकियां भी थीं। परेड का मुख्य आकर्षण भारतीय वायुसेना का फ्लाई-पास्ट रहा, जिसमें विभिन्न विमानों ने अद्भुत करतब दिखाए।
विशेष अतिथियों की उपस्थिति
इस वर्ष परेड देखने के लिए 10,000 विशेष अतिथियों को आमंत्रित किया गया, जिनमें पैरालंपिक खिलाड़ी, हथकरघा कारीगर, वन्यजीव संरक्षण कार्यकर्ता और ग्रामीण विकास में योगदान देने वाले सरपंच शामिल थे।
देशभर में उत्साह का माहौल
गणतंत्र दिवस का जश्न केवल दिल्ली तक सीमित नहीं रहा। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने उदयपुर में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। वहीं, श्रीनगर के लाल चौक पर स्थानीय लोग उत्सव में डूबे नजर आए। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिल्ली में ध्वजारोहण किया।
प्रधानमंत्री का संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, "आज हम अपने गौरवशाली गणतंत्र की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। यह दिन संविधान के मूल्यों को संरक्षित करने और एक सशक्त भारत के निर्माण के हमारे प्रयासों को मजबूत करने का अवसर है।"
कर्तव्य पथ का महत्व
कर्तव्य पथ पर परेड देश की सैन्य ताकत और सांस्कृतिक विविधता को प्रदर्शित करती है। इस वर्ष की परेड में भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना के जवानों ने अपनी शक्ति और पराक्रम का प्रदर्शन किया। डीआरडीओ की नवीनतम प्रौद्योगिकी और उपकरणों की झलक भी देखने को मिली।
गणतंत्र दिवस की प्रेरणा
गणतंत्र दिवस न केवल संविधान को अपनाने का जश्न है, बल्कि यह देशवासियों को उनकी जिम्मेदारियों और अधिकारों की याद भी दिलाता है। यह दिन हमें प्रेरित करता है कि हम अपने लोकतांत्रिक मूल्यों और संविधान की भावना को बनाए रखें और भारत को एक मजबूत, सशक्त और समृद्ध राष्ट्र बनाएं।