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Rakesh Pal:इंडियन कोस्ट गार्ड के महानिदेशक का निधन, राजनाथ सिंह ने जताया दुख

Rakesh Pal: भारतीय तटरक्षक बल के महानिदेशक राकेश पाल का चेन्नई में निधन हो गया है। अचानक हुई इस घटना पर देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दुख जताते हुए कहा कि वह एक सक्षम और प्रतिबद्ध अधिकारी थे।

Rakesh Pal: भारतीय तटरक्षक बल के महानिदेशक राकेश पाल का रविवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. राकेश पाल ने तमिलनाडु के चेन्नई के एक अस्पताल में अपनी आखिरी सांस ली. भारतीय तटरक्षक बल के अधिकारी ने यह जानकारी दी है. वहीं, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने भारतीय तटरक्षक बल के महानिदेशक के निधन पर शोक जताया है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चेन्नई में भारतीय तटरक्षक बल के महानिदेशक राकेश पाल के असामयिक निधन पर गहरा दुख जताया है. उन्होंने कहा कि वह एक योग्य और प्रतिबद्ध अधिकारी थे.

राकेश पाल एक योग्य और प्रतिबद्ध अधिकारी थे- रक्षा मंत्री

वहीं, राकेश पाल के निधन पर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने भी अपना गहरा शोक प्रकट किया. सीएम ने उन्हें पुष्पांजलि अर्पित कर व्यक्तिगत रूप से श्रद्धांजलि दी. राजनाथ सिंह ने अपने अधिकारिक एक्स अकाउंट पर भारतीय तटरक्षक बल के महानिदेशक राकेश पाल के निधन पर एक पोस्ट के जरिए संवेदना व्यक्त की.

उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा कि, ‘भारतीय तटरक्षक बल के महानिदेशक राकेश पाल के असामयिक निधन पर गहरा दुख हुआ. वह एक योग्य और प्रतिबद्ध अधिकारी थे, जिनके नेतृत्व में आईसीजी भारत की समुद्री सुरक्षा को मजबूत करने में बड़ी प्रगति कर रहा था.’ उन्होंने कहा कि उनके शोक संतप्त परिवार के प्रति उनकी हार्दिक संवेदना है.

पिछले साल संभाला था कार्यभार

राकेश पाल ने पिछले साल 19 जुलाई को आईसीजी के 25वें महानिदेशक के रूप में कार्यभार संभाला था। अधिकारियों ने बताया कि उनका आईसीजी के एक कार्यक्रम में रक्षा मंत्री से मिलने का कार्यक्रम था, लेकिन बेचैनी की शिकायत के बाद उन्हें दिन में ही राजीव गांधी जनरल अस्पताल में भर्ती कराया गया।

उन्होंने तटरक्षक मुख्यालय में निदेशक (इंफ्रा और वर्क्स) और प्रधान निदेशक (प्रशासन) जैसे विभिन्न प्रतिष्ठित स्टाफ पदों पर भी कार्य किया। राकेश पाल को अपने समुद्री अनुभव के लिए जाना जाता था और उन्होंने आईसीजी जहाजों की सभी श्रेणियों, जैसे समर्थ, विजित, सुचेता कृपलानी, अहल्याबाई और सी-03 की कमान संभाली थी। अधिकारी ने गुजरात में आगे के क्षेत्रों - ओखा और वाडिनार में दो तटरक्षक अड्डों की भी कमान संभाली।

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