Haryana Election 2024: हरियाणा विधानसभा की 90 सीटों के लिए मतदान संपन्न हो चुके हैं, और अब सभी की नजरें एग्जिट पोल के नतीजों पर टिकी हैं। एग्जिट पोल के अनुसार, कांग्रेस को हरियाणा में बहुमत मिलने की संभावना जताई जा रही है। अगर ये आंकड़े सही साबित होते हैं, तो हरियाणा की सत्ता में एक बार फिर से कांग्रेस की वापसी हो सकती है।
एग्जिट पोल में कांग्रेस की बढ़त
हरियाणा विधानसभा में कुल 90 सीटें हैं और बहुमत का आंकड़ा 46 है। अधिकांश एग्जिट पोल के आंकड़ों के मुताबिक, कांग्रेस 44 से 61 सीटें जीत सकती है, जो उसे स्पष्ट बहुमत दिलाने के लिए पर्याप्त है। हालांकि, यह ध्यान रखना जरूरी है कि एग्जिट पोल के नतीजे अक्सर सही नहीं होते, और अंतिम परिणाम मतदान के वास्तविक नतीजों के बाद ही सामने आएंगे।
मुख्यमंत्री पद की चर्चा
कांग्रेस की संभावित जीत के साथ ही सवाल उठने लगा है कि हरियाणा का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने अपनी मुख्यमंत्री बनने की इच्छा जाहिर की है, जिनमें प्रमुख नाम पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा, कुमारी शैलजा, और रणदीप सुरजेवाला के हैं।
भूपिंदर सिंह हुड्डा का बयान
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा ने एग्जिट पोल के बाद दिए अपने बयान में कहा कि पार्टी आलाकमान मुख्यमंत्री का चयन करेगा। उन्होंने कहा, "हम कांग्रेस की भारी जीत की उम्मीद कर रहे हैं। भाजपा सरकार के कार्यकाल में हरियाणा की कानून व्यवस्था बिगड़ गई है और भ्रष्टाचार में वृद्धि हुई है। खेलों के क्षेत्र में भी स्थिति चिंताजनक रही है।"
जब उनसे कुमारी शैलजा और रणदीप सुरजेवाला की मुख्यमंत्री पद की दावेदारी पर सवाल किया गया, तो हुड्डा ने कहा, "यह लोकतंत्र है, हर किसी को आकांक्षा रखने का अधिकार है। लेकिन मुख्यमंत्री का चयन विधायक और पार्टी आलाकमान द्वारा किया जाएगा।"
अंदरूनी कलह और पार्टी की एकजुटता
हुड्डा ने यह भी स्पष्ट किया कि कांग्रेस के अंदर किसी भी प्रकार की कलह नहीं है। उन्होंने कहा कि पार्टी में कई दावेदारों का होना पार्टी की मजबूती का संकेत है और इससे कोई समस्या नहीं उत्पन्न होगी। पार्टी में विभिन्न नेताओं की महत्वाकांक्षाएं स्वाभाविक हैं, लेकिन अंतिम फैसला पार्टी आलाकमान करेगा।
कुमारी शैलजा और सुरजेवाला की दावेदारी
वरिष्ठ कांग्रेस नेता कुमारी शैलजा और रणदीप सुरजेवाला ने भी मुख्यमंत्री पद के प्रति अपनी रुचि व्यक्त की है। हालांकि, इस विषय पर कोई अंतिम निर्णय नहीं हुआ है और इसे लेकर कांग्रेस के विधायकों और आलाकमान की चर्चा के बाद ही कुछ तय किया जाएगा।
कांग्रेस के लिए आगे की राह
27 सितंबर को एक चुनावी रैली के दौरान भूपिंदर सिंह हुड्डा ने कांग्रेस के लिए "भारी जनादेश" की भविष्यवाणी की थी। उनके अनुसार, भाजपा सरकार से हरियाणा की जनता असंतुष्ट है, और कांग्रेस को इस चुनाव में भारी जनसमर्थन मिलने की संभावना है। उन्होंने भरोसा जताया कि कांग्रेस को बहुमत प्राप्त होगा और राज्य में एक स्थिर और विकासशील सरकार बनेगी।
निष्कर्ष
अब सभी की निगाहें चुनावी नतीजों पर टिकी हैं। अगर कांग्रेस सत्ता में आती है, तो मुख्यमंत्री पद को लेकर पार्टी के भीतर कई नाम उभर सकते हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि आलाकमान किसे इस महत्वपूर्ण पद के लिए चुनता है। जनता की आकांक्षाओं और पार्टी की एकजुटता को ध्यान में रखते हुए, कांग्रेस को अपने अगले कदम की दिशा तय करनी होगी।