Pakistan Election: पाकिस्तान में चुनावी नतीजों को लेकर सस्पेंस गहरा गया है। इमरान खान की पार्टी ने कई काउंटिंग सेंटर्स पर धांधली का आरोप लगाया है। सोशल मीडिया पर खबरें हैं कि इमरान खान की पार्टी के उम्मीदवार ने 154 सीटों पर आगे चल रहे हैं, जबकि नवाज़ शरीफ की पार्टी PML(N) और बिलावल भुट्टो की पार्टी पीपीपी 47-47 सीटों पर आगे चल रहे हैं। चार सीटों पर दूसरी पार्टियों के उम्मीदवार आगे चल रहे हैं। इमरान खान की पार्टी के चेयरमैन बैरिस्टर गौहर अली खान ने दावा किया है कि उनकी पार्टी सरकार बनाने का दावा पेश करेगी।
केवल 4 रिजल्ट घोषित, मीडिया कवरेज भी रोकी
ये दावा किया जा रहा है कि इमरान खान की पार्टी ने केन्द्र के अलावा खैबर पख्तूनवा की असेंबली में भी भारी जीत दर्ज की है। इमरान खान अभी पाकिस्तान की अडियाला जेल में बंद हैं। पाकिस्तान से कोई भी पुख्ता खबर बाहर नहीं आ रही है। अब तक आधिकारिक तौर पर केवल चार रिजल्ट घोषित किये गये हैं, जिनमें दो इमरान खान की पार्टी ने जीते हैं। पाकिस्तान में कल शाम से ही इंटरनेट करीब करीब बंद कर दिया गया था, जो आज तड़के करीब दो बजे के आसपास बहाल हुआ है। यहां तक कि मीडिया द्वारा दिखाए जा रहे नतीजे भी रोक दिए गये हैं। ये सब तब हुआ है जब जेल में बंद इमरान खान की पार्टी द्वारा समर्थित उम्मीदवारों ने बढ़त बनानी शुरू की।
हिंसा के बीच हुआ मतदान, एक उम्मीदवार की मौत
बताया जा रहा है कि जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार देश भर के कई निर्वाचन क्षेत्रों में आगे चल रहे हैं। वे पंजाब प्रांत में भी पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन को कड़ी चुनौती दे रहे हैं, जो शरीफ का गढ़ माना जाता है। पाकिस्तान में हिंसा की विभिन्न घटनाओं के बीच आम चुनाव के तहत मतदान संपन्न होने के बाद मतगणना शुरू हो गई है। मतदान कल सुबह आठ बजे शुरू हुआ और यह शाम 5 बजे तक जारी रहा। करीब 12 करोड़ मतदाताओं के इसमें हिस्सा लेने के लिए देशव्यापी सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया था। नेशनल असेंबली की 336 सीट में से 266 पर ही मतदान कराया जाता है। लेकिन बाजौर में, हमले में एक उम्मीदवार की मौत हो जाने के बाद वहां मतदान स्थगित कर दिया गया था।
इमरान खान ने जेल से ही डाला वोट
इमरान खान (71) की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के कैंडिडेट निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं क्योंकि उच्चतम न्यायालय ने उनकी पार्टी को उसके चुनाव चिह्न क्रिकेट का 'बल्ला' से वंचित करने के चुनाव आयोग के फैसले को बरकरार रखा था। इमरान खान और जेल में बंद अन्य प्रमुख राजनीतिक हस्तियों ने अडियाला जेल से डाक मतपत्रों के माध्यम से मतदान किया।