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IND vs AUS:ब्रिसबेन में दूसरे दिन कैसा होगा मौसम, जानें क्या बारिश फिर करेगी खेल खराब?

IND vs AUS: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बारिश की वजह से खेल में पहले दिन सिर्फ 13.2 ओवर्स का खेल हो पाया। भारतीय गेंदबाजों ने कई बार विकेट लेने के मौके बनाए

IND vs AUS: गाबा में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच का पहला दिन बारिश और सावधानी भरी बल्लेबाजी का गवाह बना। भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के ओपनर्स उस्मान ख्वाजा और नाथन मैकस्वीनी ने सतर्क शुरुआत की। बारिश के बार-बार खलल के बीच ऑस्ट्रेलिया ने पहले दिन 13.2 ओवर के खेल में बिना कोई विकेट गंवाए 28 रन बनाए।

बारिश ने डाला खेल में बाधा

बारिश के कारण खेल में कई बार रुकावट आई। सुबह के सत्र में ही भारतीय गेंदबाजों की लय प्रभावित हुई, और लंच ब्रेक भी जल्दी लेना पड़ा। पहले सत्र के बाद पूरे दिन का खेल रद्द कर दिया गया। मौसम विभाग ने अगले चार दिनों तक बारिश की संभावना जताई है, जिससे मैच का पूरा होना चुनौतीपूर्ण लग रहा है। संडे, 15 दिसंबर को भी 46% बारिश का अनुमान है।

ख्वाजा और मैकस्वीनी की सतर्कता

ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाजों ने भारतीय गेंदबाजों को विकेट का कोई मौका नहीं दिया। ख्वाजा ने 47 गेंदों पर 19 रन बनाए, जबकि मैकस्वीनी ने 33 गेंदों पर चार रन जोड़े। दोनों बल्लेबाजों ने अधिकतर गेंदों को छोड़ने की रणनीति अपनाई और केवल गलतियों का इंतजार किया। ख्वाजा की तकनीक ने उन्हें जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज जैसे गेंदबाजों का डटकर सामना करने में मदद की।

भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन

जसप्रीत बुमराह ने छह ओवर में सिर्फ आठ रन दिए, लेकिन पिच से मदद के बावजूद विकेट लेने में नाकाम रहे। दूसरी ओर, मोहम्मद सिराज ने चार ओवर में 13 रन दिए और उनकी शॉर्ट पिच गेंदों पर ख्वाजा ने दो खूबसूरत चौके मारे। सिराज के पहले स्पैल के बाद गेंदबाजी आक्रमण में बदलाव किया गया, और आकाश दीप को मौका दिया गया, जिन्होंने 3.2 ओवर में सिर्फ दो रन दिए।

ख्वाजा की तकनीक बनी चर्चा का विषय

ख्वाजा ने बुमराह की गेंदों को सावधानी से खेला और केवल शरीर के करीब आने वाली गेंदों पर शॉट लगाए। उनका डिफेंस भारतीय गेंदबाजों पर भारी पड़ा। ख्वाजा ने यह सुनिश्चित किया कि उनका बल्ला और शरीर के बीच कोई बड़ा गैप न हो, जिससे गेंदबाजों को विकेट के मौके कम मिले।

आगे का रास्ता

बारिश के कारण पहले दिन केवल 13.2 ओवर का खेल संभव हुआ, और अब बाकी चार दिनों में हर दिन 98 ओवर फेंके जाएंगे। हालांकि, मौसम की स्थिति को देखते हुए यह तय समय से मुश्किल लग रहा है। भारतीय गेंदबाजों को आक्रामकता दिखाने के साथ-साथ रणनीति में बदलाव करने की जरूरत होगी।

क्या भारतीय टीम बारिश और ऑस्ट्रेलियाई ओपनर्स की सावधानी से पार पाते हुए मैच को अपने पक्ष में कर पाएगी? यह देखना दिलचस्प होगा।

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