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Hurricane Milton:तूफान कितने शक्तिशाली हो सकते हैं, क्या धरती पर बनेंगे तबाही का कारण?

Hurricane Milton: अमेरिकी तूफान केंद्र ने दावा किया है कि मिल्टन अब तक का सबसे विनाशकारी तूफान हो सकता है. यह हेलेन तूफान के ठीक दो सप्ताह बाद आया है.

Hurricane Milton: अमेरिका में तबाही का एक नया अध्याय शुरू होने जा रहा है, और इसका नाम है मिल्टन। यह तूफान अब फ्लोरिडा के तट से टकराने के लिए तैयार है, और अमेरिकी तूफान केंद्र का कहना है कि यह अब तक का सबसे विनाशकारी तूफान हो सकता है। इस खतरे के मद्देनज़र, 10 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा चुका है और तटवर्ती इलाकों को खाली करा दिया गया है। यह तूफान अपने फेज-5 को पार कर चुका है और इसकी रफ्तार 298 किमी प्रति घंटा है। विशेषज्ञों का दावा है कि इस तूफान से लहरें 10 से 15 फीट ऊंची उठ सकती हैं।

पिछले तूफानों का ताजगीकरण

मिल्टन, अमेरिका में हेलेन तूफान के ठीक दो सप्ताह बाद आ रहा है। पिछले महीने, चीन ने यागी तूफान का कहर झेला, जिसके दो सप्ताह बाद बेबिंका तूफान ने दस्तक दी, जो पिछले 75 सालों में सबसे शक्तिशाली तूफान था। यह लगातार बढ़ती तीव्रता हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है।

तूफान कैसे बनते हैं?

तूफान मौसम की परिस्थितियों पर निर्भर करते हैं। अटलांटिक महासागर में यह अवधि अगस्त से अक्टूबर तक होती है, जबकि हिंद महासागर में अप्रैल से दिसंबर तक। जब समुद्र की सतह का तापमान 80°F (लगभग 27°C) होता है, तब भाप वायुमंडल में उठती है, जिससे बादल बनते हैं। जब वायुदाब कम होता है, तो हवा घूमने लगती है और इसकी गति बढ़ती है। यह हवा एक केंद्र के चारों ओर घूमती है, जो 20 से 40 मील तक चौड़ा हो सकता है।

तूफानों की ताकत

मिल्टन तूफान की हवा की गति 298 किमी प्रति घंटा है, जो किसी भी तूफान की सबसे तीव्र गति में से एक है। पहले, अधिकांश तूफानों की गति 140 से 250 किमी तक होती थी, लेकिन अब तूफान लगभग 300 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से आ रहे हैं। वायुमंडलीय विज्ञान के प्रोफेसर केरी इमैनुएल ने पिछले 30 वर्षों में तूफानों की तीव्रता के बारे में रिसर्च की है, जिसमें उन्होंने बताया कि आने वाले समय में तूफानों की रफ्तार 350 किमी प्रति घंटा तक बढ़ सकती है।

तूफान का दायरा

तूफान की ऊंचाई कम से कम 50 हजार फीट तक हो सकती है, और उनका दायरा 200 से 400 किमी तक होता है। इनके केंद्र में तबाही की सबसे अधिक संभावना होती है, जो 20 से 40 मील तक चौड़ा हो सकता है। कई तूफान धरती पर उतरने के बाद कमजोर पड़ जाते हैं, लेकिन कुछ ऐसे होते हैं जो तबाही मचाते हैं।

तूफानों के खतरे

जब तूफान धरती से टकराते हैं, तो वे अक्सर कमजोर पड़ जाते हैं, लेकिन कुछ तूफान सुनामी जैसी स्थिति पैदा कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, 2014 में हुए एक रिसर्च के अनुसार, तूफान से उठने वाली लहरें और बाढ़ सबसे अधिक तबाही मचाती हैं। 2005 में लुइसियाना के तट पर आया तूफान कैटरीना अब तक का सबसे खतरनाक तूफान माना जाता है, जिसमें लगभग 1200 लोगों की जान गई थी।

हरिकेन, टाइफून और साइक्लोन: क्या है अंतर?

उष्णकटिबंधीय तूफान के अंतर्गत आने वाले हरिकेन, टाइफून और साइक्लोन समुद्र पर तेज हवा और बारिश के संयोजन से बनते हैं। ये तीनों ही तूफान मौसम की गति के आधार पर भिन्न होते हैं। उत्तरी अटलांटिक और मध्य एवं पूर्वी उत्तरी प्रशांत महासागर में विकसित तूफान को हरिकेन कहा जाता है, जबकि दक्षिणी प्रशांत और हिंद महासागर से उठने वाले तूफान को साइक्लोन और उत्तर पश्चिमी प्रशांत महासागर में आने वाले को टाइफून कहा जाता है।

निष्कर्ष

मिल्टन तूफान की संभावित तबाही के संकेत हमारे लिए एक चेतावनी हैं। यह हम सभी को याद दिलाता है कि प्राकृतिक आपदाएं कितनी भयंकर हो सकती हैं और हमें इनके प्रति सजग रहने की आवश्यकता है। जैसे-जैसे जलवायु परिवर्तन की समस्या बढ़ती जा रही है, हमें यह समझने की आवश्यकता है कि आने वाले तूफान कितने खतरनाक हो सकते हैं।

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