India-China Relation:फिर बने हिंदी-चीनी भाई-भाई, दोनों की ऐसे बदल गई दुनिया

11:46 PM Aug 10, 2024 | zoomnews.in

India-China Relation: लद्दाख की गलवान घाटी में साल 2020 में जो सैन्य झड़प हुई, उसके बाद भारत और चीन के रिश्तों में एक तनाव देखा जाने लगा. इसका असर ये हुआ कि भारत ने चीन की कई कंपनियों को बाहर करना शुरू कर दिया. चीनी ऐप्स को बैन कर दिय. इतना ही नहीं चीन से आने वाले इंवेस्टमेंट से लेकर अधिकारियों के वीजा पास करने तक पर पहरा बैठा दिया. लेकिन इसके बावजूद ‘हिंदी-चीनी भाई-भाई’ वाली कहावत सच हो रही है.

दरअसल ये मामला है भारतीयों के चाइनीज ब्रांड्स को पंसद करने का, वो भी खासकर के इलेक्ट्रॉनिक्स से जुड़े ब्रांड्स के मामले में, जहां कई पाबंदी होने के बावजूद चाइनीज कंपनिया ना सिर्फ इंडिया में बिजनेस कर रही हैं. बल्कि उनकी सेल इतनी जबरदस्त है कि उनके आगे इंडियन ब्रांड्स टिक ही नहीं पा रहे हैं.

खूब बिक रहे Xiaomi, Vivo, Realme, Oppo

अगर बात चाइनीज इलेक्ट्रॉनिक्स ब्रांड्स की करें, तो भारत के मोबाइल हैंडसेट मार्केट में चीन के 4 ब्रांड्स शाओमी, रियलमी, वीवो और ओप्पो का दबदबा है. ये देश के टॉप-5 फोन ब्रांड्स में शामिल हैं और सिर्फ एक ब्रांड Samsung ऐसा है जो दक्षिण कोरिया का है. काउंटरपॉइंट रिसर्च और आईडीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक इन 4 चाइनीज ब्रांड्स की सेल 90,000 से 95,000 करोड़ रुपए की है.

अब नहीं रहा खराब क्वालिटी का डर

चाइनीज ब्रांड्स की बढ़ती डिमांड की वजह इंडस्ट्री एक्सपर्ट चीनी सामान से जुड़े खराब क्वालिटी के डर को दूर होना मानते हैं. भारतीयों को कम दाम में बढ़िया क्वालिटी और फीचर्स पसंद करने वाला कस्टमर माना जाता है. चीन के इन चारों ब्रांड्स ने इंडियन कस्टमर्स की इस डिमांड को पूरा करने का काम किया है. इसलिए भारतीय कस्टमर्स इनके प्रोडक्ट्स को जमकर खरीद रहे हैं.

ईटी की एक खबर के मुताबिक चीन के सिर्फ फोन ही अब भारतीयों की जिंदगी का हिस्सा नहीं हैं. खराब क्वालिटी का डर दूर होने और सस्ते में ज्यादा फीचर्स मिलने की वजह से अब टीवी, एसी और फ्रिज के मार्केट में भी इनका दबदबा दिख रहा है. फ्रिज के मामले में हायर आज इंडिया का चौथा बड़ा ब्रांड है. टीवी की सेल्स के मामले में भी हायर चौथा बड़ा प्लेयर है. शाओमी भी सस्ते टीवी की रेंज में टॉप ब्रांड्स में शामिल है.