Israel-Hezbollah War:हिजबुल्लाह को चुकानी होगी कीमत... इजराइल की हमले के बाद धमकी

09:17 AM Sep 20, 2024 | zoomnews.in

Israel-Hezbollah War: हाल ही में, इजराइल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने हिजबुल्लाह को स्पष्ट चेतावनी दी है कि उसे अपनी कार्रवाइयों की गंभीर कीमत चुकानी पड़ेगी। यह बयान तब आया जब इजराइल पर हिजबुल्लाह के हमले हुए, जिससे दोनों पक्षों के बीच तनाव और बढ़ गया है। हिजबुल्लाह के नेता हसन नसरल्ला ने भी इजराइल के खिलाफ बड़े पैमाने पर जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी है, जिससे स्थिति और भी नाजुक हो गई है।

गैलेंट का दृढ़ संकल्प

गैलेंट ने यह स्पष्ट किया कि उनका मुख्य उद्देश्य इजराइल के उत्तरी क्षेत्र के निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा, "जैसे-जैसे समय बीतता जाएगा, हिजबुल्लाह को और अधिक कीमत चुकानी पड़ेगी। हमारी सैन्य कार्रवाई जारी रहेगी।" इस बयान ने हिजबुल्लाह के खिलाफ इजराइल की सख्त नीति को दर्शाया है।

युद्ध का नया चरण

इजराइल ने हिजबुल्लाह आतंकवादियों के खिलाफ एक नए युद्ध चरण की शुरुआत की है। हाल ही में, इजराइल द्वारा किए गए हवाई हमलों में सीरिया और लेबनान में हिजबुल्लाह के संचार नेटवर्क को निशाना बनाया गया। इन हमलों के परिणामस्वरूप 12 लोग मारे गए और लगभग 3,000 लोग घायल हुए। गैलेंट ने सैनिकों से कहा कि इस नए चरण में साहस और दृढ़ता की आवश्यकता होगी।

विस्फोटों की श्रृंखला

लेबनान में हुए विस्फोटों ने स्थिति को और बिगाड़ दिया है। बुधवार को वॉकी-टॉकी और अन्य उपकरणों में हुए विस्फोट में कम से कम 20 लोगों की जान गई और 450 से अधिक लोग घायल हुए। इस प्रकार के हमलों को लेकर इजराइल पर आरोप लगाया जा रहा है कि वह इन घटनाओं के पीछे है। एक स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारी ने पुष्टि की कि दूसरे दिन के विस्फोट में 25 लोगों की मौत हुई और 600 से ज्यादा लोग घायल हुए।

हिजबुल्लाह की प्रतिक्रिया

हिजबुल्लाह की कार्यकारी परिषद के प्रमुख ने इजराइल के हमलों का कड़ा जवाब देने की बात कही है। इस प्रकार, दोनों पक्षों के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है, जिससे क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति और भी बिगड़ सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह संघर्ष केवल एक स्थानीय समस्या नहीं है, बल्कि इसका प्रभाव पूरे मध्य पूर्व पर पड़ सकता है।

निष्कर्ष

इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच बढ़ते तनाव के बीच, योआव गैलेंट की चेतावनियां और हिजबुल्लाह की प्रतिशोध की मंशा इस बात का संकेत है कि स्थिति और गंभीर हो सकती है। क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए यह एक महत्वपूर्ण मोड़ है, और वैश्विक समुदाय की नजरें इस संघर्ष पर हैं, जो भविष्य में संभावित रूप से व्यापक परिणाम ला सकता है।