Israel-Hezbollah War: मध्य पूर्व में जारी तनाव और हिंसा के बीच, हिज़बुल्लाह ने इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के निजी आवास पर ड्रोन से हमला करने का दावा किया है। यह हमला कैसरिया इलाके में हुआ, जहां हिज़बुल्लाह ने तीन ड्रोन भेजे। इन ड्रोन का असली निशाना नेतन्याहू का निजी आवास था। हालांकि, इज़राइली डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) ने दो ड्रोन को मार गिराया, लेकिन एक ड्रोन ने कैसरिया में एक इमारत को हिट किया।
ड्रोन हमले में नुकसान की जानकारी
इज़राइल ने इस हमले की पुष्टि की है और कहा है कि इसमें किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। हालांकि, एक ड्रोन के टकराने से एक इमारत को नुकसान पहुंचा। आईडीएफ ने बताया कि ड्रोन हमले के दौरान बेंजामिन नेतन्याहू और उनकी पत्नी घर पर मौजूद नहीं थे। जैसे ही ड्रोन इज़राइली क्षेत्र में घुसे, सायरन बजने लगे, और इसके बाद सेना ने हेलीकॉप्टर से ड्रोन पर हमला किया और दो ड्रोन को मार गिराया।
हिज़बुल्लाह की बढ़ती आक्रामकता
यह हमला तब हुआ जब इज़राइल ने हिज़बुल्लाह के खिलाफ अपने सैन्य अभियानों को तेज कर दिया है। 23 सितंबर से इज़राइल ने लेबनान में हिज़बुल्लाह के खिलाफ ऑपरेशन शुरू किया था, जिसके परिणामस्वरूप 27 सितंबर को बेरूत में हुए एक हवाई हमले में हिज़बुल्लाह के प्रमुख, हसन नसरल्लाह की मौत हो गई। इसके बाद, हिज़बुल्लाह ने इज़राइल पर लगातार हमले किए हैं। हाल ही में इज़राइल ने नसरल्लाह के उत्तराधिकारी सफीद्दीन को भी मार गिराने का दावा किया है।
हिज़बुल्लाह के खिलाफ इज़राइल की कार्रवाई
लेबनान में हिज़बुल्लाह के खिलाफ इज़राइली हमले लगातार जारी हैं। इज़राइल के हमलों में अब तक लगभग 2,000 लोग मारे जा चुके हैं, और 12 लाख से अधिक लोग विस्थापित हो चुके हैं। इस युद्ध के चलते इज़राइल के उत्तरी हिस्से में भी अस्थिरता बढ़ गई है। गाजा में जारी युद्ध के साथ-साथ हिज़बुल्लाह ने इज़राइल के नॉर्दर्न इलाके में हमले शुरू कर दिए थे, जिससे 60 हजार यहूदियों को अपने घर छोड़ने पड़े।
इज़राइल ने अब इन विस्थापित यहूदियों को वापस नॉर्दर्न क्षेत्र में बसाने का संकल्प लिया है और इसी लक्ष्य के तहत हिज़बुल्लाह के खिलाफ बड़े पैमाने पर सैन्य अभियान छेड़ दिया है। इज़राइल ने हिज़बुल्लाह की शीर्ष नेतृत्व को समाप्त करने की योजना पर काम किया और अब तक संगठन के कई प्रमुख नेताओं को मार गिराया है।
निष्कर्ष
हिज़बुल्लाह द्वारा इज़राइली प्रधानमंत्री के आवास पर ड्रोन से हमला करना इस बात की ओर इशारा करता है कि मध्य पूर्व में तनाव और हिंसा की स्थिति गंभीर रूप से बढ़ चुकी है। नेतन्याहू पर हमला हिज़बुल्लाह की रणनीति में आक्रामकता और उग्रता को दर्शाता है, जिसका मुख्य कारण उसके शीर्ष नेताओं की हत्या है। इज़राइल और हिज़बुल्लाह के बीच जारी यह संघर्ष निकट भविष्य में और भी अधिक खतरनाक रूप ले सकता है, जिससे क्षेत्रीय स्थिरता और शांति को भारी नुकसान पहुंच सकता है।