Mohammad Azharuddin:ED की जांच में घिरे पूर्व क्रिकेटर अजहरुद्दीन नहीं हुए पेश, ED ने इस मामले में भेजा समन

12:37 PM Oct 03, 2024 | zoomnews.in

Mohammad Azharuddin: टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद अजहरुद्दीन की मुश्किलें अब और बढ़ गई हैं। मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उन्हें समन भेजा था, लेकिन अजहरुद्दीन आज ईडी के सामने पेश नहीं हुए। उन्होंने जांच एजेंसी से समय मांगा है, जिससे अब ईडी उन्हें नया समन जारी करेगी। उनके खिलाफ हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन (HCA) में गड़बड़ी का आरोप लगाया गया है, जिसमें फंड में 20 करोड़ रुपये की हेराफेरी की गई है।

हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन का मामला

अजहरुद्दीन सितंबर 2019 में हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष चुने गए थे, लेकिन जून 2021 में उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा। उन पर आरोप है कि एसोसिएशन के अधिकारियों ने राजीव गांधी क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण में वित्तीय अनियमितता की है। ईडी ने तेलंगाना में नौ स्थानों पर छापेमारी की थी, जिसमें कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल उपकरण बरामद किए गए थे।

वित्तीय अनियमितताएं और कानूनी कार्रवाई

ईडी के अनुसार, एसोसिएशन के अधिकारियों ने निजी कंपनियों को उच्च दरों पर ठेके दिए, जिससे एसोसिएशन को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ। इस मामले में तीन एफआईआर भी दर्ज की गई हैं, और जांच जारी है।

राजनीतिक सफर

अजहरुद्दीन का क्रिकेट करियर बेहद सफल रहा है, लेकिन उनका राजनीतिक सफर भी रोचक रहा है। उन्होंने 2009 में कांग्रेस के टिकट पर उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से सांसद का चुनाव लड़ा, हालांकि 2014 में वे राजस्थान से चुनाव हार गए। 2018 में, उन्हें तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया था।

अजहरुद्दीन का क्रिकेट करियर

मोहम्मद अजहरुद्दीन को टीम इंडिया के सबसे धाकड़ बल्लेबाजों में से एक माना जाता है। उन्होंने भारत के लिए 99 टेस्ट और 334 वन-डे इंटरनेशनल मैच खेले हैं। टेस्ट में उन्होंने 6215 रन बनाए हैं, जिसमें 22 शतक और 21 अर्धशतक शामिल हैं। वहीं, वन-डे में उन्होंने 9378 रन बनाकर 7 शतक और 58 अर्धशतक जमाए हैं।

मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा मामला

ईडी ने अजहरुद्दीन को जो समन भेजा है, वह राजीव गांधी क्रिकेट स्टेडियम के लिए डीजल जनरेटर, फायर ब्रिगेड सिस्टम और कैनोपी के खरीद के लिए 20 करोड़ रुपये की कथित हेराफेरी से संबंधित है। यह मामला पिछले साल की छापेमारी के बाद खुला, जब ईडी ने तेलंगाना में नौ स्थानों पर छापेमारी की थी और कई महत्वपूर्ण दस्तावेजों की खोज की थी।

निष्कर्ष

अजहरुद्दीन की मुश्किलें अब और गहरी होती जा रही हैं, और यह देखना दिलचस्प होगा कि वे इस कानूनी जंग में कैसे प्रतिक्रिया देते हैं। उनकी क्रिकेटिंग उपलब्धियों के बावजूद, यह मामला उनके जीवन में एक नई चुनौती प्रस्तुत करता है। ईडी की जांच आगे कैसे बढ़ती है और अजहरुद्दीन का भविष्य क्या होगा, यह देखने की बात होगी।