Bihar Politics: राज्य में सियासी हलचल एक बार फिर काफी तेज हो गई है। सियासी पंडित बिहार की राजनीति में कभी भी सियासी समीकरण बदलने की संभावना जता रहे हैं। इस बीच, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने भी इस खबर पर अपनी मुहर लगा दी है। गणतंत्र दिवस के दिन ही पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने राज्य की राजनीति में बदलाव के संकेत देकर सियासी आग को और हवा दे दी है।
दिए बदलाव के संकेत
एनडीए की सहयोगी पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के प्रमुख जीतन राम मांझी ने राज्य में बदलाव के संकेत देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "आज ही हो जाएगा का जी, खेला और क्या?" सियासी रणनीतिकार मान रहे है कि मांझी ने भले ही कम शब्द लिखे है, लेकिन इसके बड़े संकेत दिए हैं। जानकारी दे दें कि इससे पहले शुक्रवार की रात केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय भी मांझी के आवास पहुंचे और उनसे मुलाकात की।
आज ही हो जाएगा का जी?
— Jitan Ram Manjhi (@jitanrmanjhi) January 26, 2024
खेला आउर का…
सीएम ने परिवारवाद पर निशाना साधा
गौरतलब है कि मांझी ने ही कुछ दिन पहले ही 25 जनवरी को प्रदेश में 'खेला होने' को लेकर एक्स पर लिखा था, जिसके बाद राज्य में सियासी हलचल तेज हुई है। इधर, मांझी ने शुक्रवार को पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि अपनी सरकार के उपमुख्यमंत्री और लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव की मौजूदगी में नीतीश कुमार खुले मंच से साल 2005 के पहले लालू-राबड़ी सरकार में जंगल राज की याद दिलाते रहते हैं। कर्पूरी जयंती समारोह में भी सीएम ने परिवारवाद पर निशाना साधा था, उससे आप समझ सकते हैं।
विरोध नहीं करेंगे मांझी
उन्होंने यह भी कहा कि वे नीतीश के एनडीए के साथ आने का विरोध नहीं करेंगे। हालांकि उन्होंने यह भी कहा इस पर फैसला बीजेपी को लेना है। उन्होंने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिए जाने के लिए केंद्र सरकार की प्रशंसा भी की।