IND vs AUS:मेलबर्न टेस्ट में विराट और कॉन्स्टस के बीच लड़ाई, 19 साल के खिलाड़ी ने विराट को मारा कंधा

08:08 AM Dec 26, 2024 | zoomnews.in

IND vs AUS: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भले ही विराट कोहली का बल्ला ज्यादा रन नहीं बना पाया हो, लेकिन मैदान पर उनकी आक्रामकता और जोश हर मुकाबले में चर्चा का विषय बन रहे हैं। मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) में खेले जा रहे बॉक्सिंग-डे टेस्ट के दौरान ऐसा ही एक दिलचस्प वाकया देखने को मिला, जब 19 साल के युवा ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी सैम कोंस्टास और कोहली के बीच तनावपूर्ण माहौल बना।

कोंस्टास और कोहली का टकराव

ऑस्ट्रेलियाई पारी के दौरान 10वें ओवर के बाद एक ऐसा क्षण आया, जिसने सभी का ध्यान खींचा। कोहली, जो उस समय गेंद लेकर पिच के करीब से गुजर रहे थे, और सैम कोंस्टास, जो दूसरी ओर से आ रहे थे, का कंधा आपस में टकरा गया। पहले तो कोहली इसे नजरअंदाज करते हुए आगे बढ़ गए, लेकिन सैम कोंस्टास ने पीछे से कुछ टिप्पणी की, जिससे कोहली पलटे और उन्हें जवाब दिया। बात इतनी बढ़ गई कि अंपायर को बीच-बचाव करना पड़ा।

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सैम कोंस्टास का आक्रामक अंदाज

कोंस्टास ने अपने डेब्यू मैच में बेखौफ और आक्रामक खेल का प्रदर्शन किया। उन्होंने भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के खिलाफ दो छक्के लगाकर अपना इरादा स्पष्ट कर दिया। उनकी 60 रनों की पारी में 6 चौके और 2 छक्के शामिल थे, जो महज 65 गेंदों में आई। उनकी बल्लेबाजी ने न सिर्फ रनों की गति को तेज किया, बल्कि एमसीजी में मौजूद दर्शकों को भी रोमांचित कर दिया।

सैम कोंस्टास अपनी इस पारी के साथ टेस्ट क्रिकेट में फिफ्टी लगाने वाले ऑस्ट्रेलिया के दूसरे सबसे युवा खिलाड़ी बन गए हैं। उनकी बल्लेबाजी में आत्मविश्वास और आक्रामकता साफ झलक रही थी।

मैच का माहौल और कोहली का प्रभाव

मैच के दौरान भले ही कोहली बल्ले से योगदान देने में विफल रहे हों, लेकिन फील्ड पर उनकी ऊर्जा और टीम का मनोबल बढ़ाने का अंदाज देखने लायक था। कोहली का यह तेवर विरोधी टीम पर मानसिक दबाव बनाने के लिए जाना जाता है, और यह घटना इसका एक बेहतरीन उदाहरण है।

नतीजा और प्रभाव

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच इस मुकाबले में मैदान पर ऐसी घटनाएं खेल को और रोमांचक बना देती हैं। विराट कोहली और सैम कोंस्टास के बीच हुई इस झड़प ने मैच में नया रंग भर दिया और दर्शकों के लिए एक यादगार क्षण पेश किया। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में इन दोनों खिलाड़ियों के बीच ऐसा ही टकराव जारी रहता है या नहीं।

बॉक्सिंग-डे टेस्ट का यह रोमांच दिखाता है कि क्रिकेट केवल बल्ले और गेंद का खेल नहीं, बल्कि इसमें खिलाड़ियों की मानसिकता और मैदान पर उनके जोश का भी बड़ा महत्व है।