Champions Trophy 2025:ICC की मीटिंग के बाद भी नहीं निकला चैंपियंस ट्रॉफी का हल! अभी करना पड़ेगा इंतजार

05:40 PM Nov 29, 2024 | zoomnews.in

Champions Trophy 2025: आईसीसी (अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) और पीसीबी (पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड) के बीच चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के आयोजन को लेकर गहमागहमी जारी है। फरवरी और मार्च 2025 में होने वाले इस बड़े टूर्नामेंट के लिए बैठकें लगातार चल रही हैं, लेकिन अब तक कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया जा सका है। 29 नवंबर को हुई बैठक में किसी ठोस फैसले की उम्मीद थी, लेकिन यह मामला एक दिन के लिए और टाल दिया गया है। अब 30 नवंबर को आईसीसी की बैठक में टूर्नामेंट के आयोजन से जुड़े महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाने की संभावना है।

हाइब्रिड मॉडल पर आईसीसी का रुझान

चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की मेज़बानी का अधिकार पाकिस्तान को दिया गया है। हालांकि, भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि सुरक्षा कारणों से वह अपनी टीम को पाकिस्तान भेजने के पक्ष में नहीं है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने इस टूर्नामेंट को हाइब्रिड मॉडल के तहत आयोजित करने का सुझाव दिया है, जिसमें भारतीय टीम के मैच किसी तटस्थ स्थान (न्यूट्रल वेन्यू) पर खेले जाएंगे, जबकि बाकी मुकाबले पाकिस्तान में होंगे।

लेकिन, पीसीबी इस मॉडल को मानने के लिए तैयार नहीं है। पीसीबी का रुख है कि टूर्नामेंट के सभी मैच पाकिस्तान में ही होने चाहिए। इससे पहले एशिया कप 2023 में भी इसी तरह का विवाद सामने आया था, जहां भारतीय टीम ने अपने मैच श्रीलंका में खेले थे।

आईसीसी के पास मौजूद विकल्प

वर्तमान स्थिति में, आईसीसी के पास तीन प्रमुख विकल्प हैं, जिन पर विचार किया जा रहा है:

  1. हाइब्रिड मॉडल: भारतीय टीम के मैच तटस्थ स्थान पर खेले जाएं, जबकि बाकी मैच पाकिस्तान में आयोजित किए जाएं।
  2. पूरे टूर्नामेंट को स्थानांतरित करना: टूर्नामेंट को किसी अन्य देश में स्थानांतरित कर दिया जाए, लेकिन मेज़बानी का अधिकार पीसीबी के पास ही रहे।
  3. पाकिस्तान में पूरी मेज़बानी: टूर्नामेंट पाकिस्तान में आयोजित हो, लेकिन भारतीय टीम इसमें भाग न ले।

भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे समय से विवाद

भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक और सुरक्षा कारणों से रिश्ते लंबे समय से तनावपूर्ण हैं। 2008 के बाद से भारतीय टीम ने पाकिस्तान का दौरा नहीं किया है। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय क्रिकेट संबंध भी ठप पड़े हैं। ऐसे में बीसीसीआई की मांग है कि सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए टूर्नामेंट का आयोजन हाइब्रिड मॉडल के तहत हो।

फैंस को फैसले का इंतजार

आईसीसी की 30 नवंबर को होने वाली बैठक में इन विकल्पों पर अंतिम फैसला लिए जाने की उम्मीद है। क्रिकेट प्रशंसकों और दोनों देशों के बोर्ड्स की निगाहें इस फैसले पर टिकी हुई हैं। यदि हाइब्रिड मॉडल पर सहमति बनती है, तो यह न केवल भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेटिंग रिश्तों के लिए एक नया अध्याय साबित हो सकता है, बल्कि वैश्विक क्रिकेट के लिए भी एक महत्वपूर्ण मिसाल बन सकता है।