UPI EPFO Withdrawal: सरकार तेजी के साथ फाइनेंशियल मोर्चे पर डिजिटल की ओर कदम बढ़ा रही है। यूपीआई इसका जीता-जागता उदाहरण है, जो ना सिर्फ भारत में सफल हुआ है, बल्कि दुनिया के कई देश इसे अपना चुके हैं। अब इसका उपयोग कई अन्य कार्यों में करने की योजना बनाई जा रही है। आने वाले महीनों में, यूपीआई के माध्यम से ईपीएफओ का पैसा निकालने की सुविधा भी शुरू होने की उम्मीद है। इस दिशा में तेजी से काम चल रहा है और अनुमान है कि जून तक यह व्यवस्था लागू हो जाएगी।
यूपीआई से निकलेगा ईपीएफओ का पैसा
डिजिटल सेक्टर में आगे बढ़ते हुए, कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) यूपीआई-बेस्ड क्लेम प्रोसेस शुरू करने की तैयारी कर रहा है। इससे ईपीएफओ मेंबर्स अपने प्रोविडेंट फंड को तुरंत निकाल सकेंगे। श्रम एवं रोजगार सचिव सुमिता डावरा के अनुसार, इस पहल का उद्देश्य एफिशिएंसी में सुधार लाना और ट्रांजेक्शन टाइम को कम करना है। उन्होंने एएनआई को दिए इंटरव्यू में पुष्टि की कि यह सुविधा मई के अंत या जून तक लाइव हो जाएगी। यह ईपीएफओ मेंबर्स के लिए अपनी बचत तक पहुंचने का एक क्रांतिकारी बदलाव होगा।
एक लाख तक तत्काल निकासी की सुविधा
डावरा ने बताया कि आवश्यक टेस्टिंग पूरी होने के बाद, मई के अंत तक ईपीएफओ क्लेम के लिए यूपीआई फ्रंटएंड शुरू होने की उम्मीद है। इस सुविधा से सभी सदस्यों को लाभ मिलेगा क्योंकि वे अपने ईपीएफओ अकाउंट को सीधे यूपीआई इंटरफेस में देख सकेंगे और ऑटो-क्लेम कर सकेंगे। पात्र उपभोक्ताओं के लिए अप्रूवल प्रोसेस इंस्टैंट होगा, जिससे तुरंत उनके अकाउंट में पैसा आ जाएगा। यूपीआई के माध्यम से सदस्य एक लाख रुपये तक की राशि तुरंत निकाल सकेंगे और ट्रांसफर के लिए अपना पसंदीदा बैंक अकाउंट चुन सकेंगे।
ईपीएफओ में डिजिटल क्रांति
वर्तमान में, ईपीएफओ सदस्यों को क्लेम प्रोसेस में 2-3 दिन लगते हैं, लेकिन यूपीआई इंटीग्रेशन के बाद, यह विड्रॉल कुछ घंटों या मिनटों में पूरा होने की उम्मीद है। यह सुविधा प्रोविडेंट फंड प्रोसेस में एक बड़ा बदलाव लाएगी, ठीक वैसे ही जैसे यूपीआई ने भारत में डिजिटल पेमेंट सिस्टम में क्रांति लाई थी।
तेज विड्रॉल सुविधा के साथ, ईपीएफओ ने फंड के उपयोग के दायरे को भी बढ़ाया है। अब सदस्य मौजूदा बीमारी प्रावधानों के अलावा, आवास, शिक्षा और विवाह के लिए भी धन निकाल सकते हैं। इस बदलाव को संभव बनाने के लिए, ईपीएफओ ने महत्वपूर्ण डिजिटल बदलाव किए हैं। क्लेम प्रोसेस को सुव्यवस्थित करने के लिए 120 से अधिक डेटाबेस इंटीग्रेट किए गए हैं और 95% क्लेम पहले से ही ऑटोमेटेड हैं।