Jammu-Kashmir News: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के चतरू क्षेत्र में शुक्रवार (13 सितंबर) को आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में सेना के दो जवान शहीद हो गए। इस संघर्ष में दो अन्य जवान गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिनका इलाज जारी है। शहीद जवानों की पहचान व्हाइट नाइट कॉर्प्स के नायब सूबेदार विपिन कुमार और सिपाही अरविंद सिंह के रूप में हुई है।
सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ के दौरान जंगलों में छिपे 3-4 आतंकियों को घेर रखा है। अधिकारियों के मुताबिक, सुरक्षाबलों को नैदघाम गांव में जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकियों की मौजूदगी की खुफिया सूचना मिली थी, जिसके आधार पर एक सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया।
मुठभेड़ शुक्रवार दोपहर लगभग 3:30 बजे शुरू हुई, और फिलहाल ऑपरेशन जारी है। एक स्थानीय निवासी ने जानकारी दी है कि सेना ने पूरे इलाके को घेर लिया है और स्थिति गंभीर बनी हुई है।
बारामूला और कठुआ में भी मुठभेड़
उसी दिन देर रात बारामूला के चक टेपर क्रीरी पट्टन इलाके में भी मुठभेड़ शुरू हो गई। कश्मीर जोन पुलिस ने X पर एक पोस्ट के माध्यम से इसकी जानकारी दी। पुलिस और सेना मौके पर मौजूद हैं, लेकिन अभी तक अधिक जानकारी सामने नहीं आई है।
इसके अलावा, कठुआ के खंडारा में भी सेना ने एक ऑपरेशन चलाया, जिसमें राइजिंग स्टार कोर के सैनिकों ने दो आतंकियों को मार गिराया। सेना ने X पर एक पोस्ट के जरिए इसकी पुष्टि की और बताया कि आतंकियों के पास से भारी मात्रा में हथियार भी बरामद हुए हैं।
11 सितंबर को उधमपुर में आतंकियों की मौत
इससे पहले 11 सितंबर को उधमपुर में सुरक्षाबलों के साथ एनकाउंटर में दो आतंकियों को मार गिराया गया था। सेना ने बताया कि आर्मी के फर्स्ट पैरा के जवानों को खंडरा टॉप के जंगलों में 2-3 आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। इसके बाद पुलिस के सहयोग से सर्च ऑपरेशन चलाया गया। दोपहर 12:50 बजे आतंकियों ने जवानों पर फायरिंग की, जिसके जवाब में सुरक्षाबलों ने भी फायरिंग की। लगभग चार घंटे चले इस एनकाउंटर के बाद सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को ढेर कर दिया था।
इन घटनाओं से जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की गंभीरता और संघर्ष की निरंतरता की झलक मिलती है। सुरक्षाबलों द्वारा किए गए इन ऑपरेशनों से आतंकवादियों के खिलाफ जारी संघर्ष को बल मिलता है, और यह सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है कि क्षेत्र में शांति बहाल हो सके।