SpaceX: भारत के चंद्रयान के इतिहास रचने के बाद अब एलन भी चांद पर अंतरिक्ष यान उतारने की तैयारी में है. दरअसल, चंद्रयान- 3 के चांद पर उतरने भारत दुनिया का पहला देश बन गया है जिसने चांद के दक्षिणी ध्रुव के पास सॉफ्ट लैंडिंग की है. भारत की इस ऐतिहासिक सफलता के एलन मस्क भी मुरीद हो गए हैं. जिसके चलते अब उनकी कंपनी भी चांद पर अंतरिक्ष यान उतारने वाली है. बता दें, SpaceX ने एक प्राइवेट कंपनी का मून लैंडर चंद्रमा की कक्षा के लिए भेजा है. इस कंपनी का नाम इंटुएटिव मशीन्स है, जो ह्यूस्टन में है.
22 फरवरी को एलन मस्क रचेंगे इतिहास
पहला प्राइवेट मून लैंडर फ्लोरिडा के केप कैनावेरल से लॉन्च किया गया है. इसका नाम ओडीसियस लैंडर है, इसे IM-1 लैंडर भी कहा जा रहा है. इसे लॉन्च करने में SpaceX Falcon 9 रॉकेट का इस्तेमाल किया गया है. उम्मीद है की यह 22 फरवरी को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव यानी भारत के विक्रम लैंडर के पास पहुंचेगा. अगर सब कुछ ठीक रहा, तो यह पहली बार होगा जब कोई निजी कंपनी चंद्रमा पर सफलतापूर्वक अंतरिक्ष यान उतारेगी.
980 करोड़ रुपये की डील
इस लैंडर को नासा के कमर्शियल प्रोग्राम- लूनर पेलोड सर्विस के तहत बनाया गया है. इसकी लॉन्चिंग के लिए नासा ने इंटुएटिव मशीन्स के साथ 118 मिलियन डॉलर (लगभग 980 करोड़ रुपये) की डील की थी. बता दें, पहले ये मिशन 14 फरवरी को लॉन्च किया जाना था, लेकिन विंडो फ्यूल (मीथेन के टेम्प्रेचर में बदलाव) की गड़बड़ी के कारण ऐसा नहीं हो सका. इसके बाद इसे 15 फरवरी को लॉन्च किया गया है. अगर लॉन्च सफल रहा तो ये लैंडर 22 फरवरी को चंद्रमा की सतह पर लैंड कर जाएगा. IM-1 ओडीसियस प्राइवेट लूनर लैंडर कुल 16 दिनों का मिशन है. चांद की सतह पर लैंडिंग के बाद ये 7 दिनों तक काम करेगा.
भारत ने बनाया कीर्तिमान
जब भारत के चंद्रयान ने चांद की दुनिया के शीर्ष अरबपतियों में शुमार स्पेसएक्स कंपनी के मालिक एलन मस्क ने ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी, जिसमें कहा गया है कि भारत ने इंटरस्टेलर फिल्म से भी कम बजट में चांद पर अपना यान पहुंचाया है. भारत के चंद्रयान-3 मिशन का बजट 620 करोड़ रुपये (75 मिलियन डॉलर) के आसपास था जबकि इंटरस्टेलर का बजट 165 मिलियन डॉलर था. मस्क ने कहा कि यह भारत के लिए अच्छा है. यह वही मस्क हैं जिन्होंने हजारों उपग्रह से लेकर मंगल ग्रह पर बस्ती बसाने तक का महाप्लान बनाया है.