Jharkhand Assembly Election: झारखंड में विधानसभा के चुनाव निर्धारित समय से दो महीने पहले अक्टूबर में कराए जा सकते हैं। हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा के चुनाव इसी समय होने हैं। इन दोनों राज्यों में चुनाव पूर्व वोटर लिस्ट को अपडेट और रिवाइज करने की प्रक्रिया जिस शेड्यूल के तहत चल रही है, झारखंड में भी वही शेड्यूल फॉलो किया जा रहा है। इसी आधार पर झारखंड के चुनाव इन दोनों राज्यों के साथ कराए जाने के संकेत मिल रहे हैं।
गुरुवार को चुनाव आयोग ने की अधिकारियों के साथ मीटिंग
इसी बीच भारत निर्वाचन आयोग की उच्चस्तरीय टीम ने 10 और 11 जुलाई को झारखंड का दौरा किया। वरीय उप निर्वाचन आयुक्त धर्मेंद्र शर्मा और नितेश व्यास ने राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार और सभी 24 जिलों के निर्वाचन पदाधिकारियों के साथ रिव्यू मीटिंग कर वोटर लिस्ट रिवीजन और मतदान केंद्रों की तैयारियों का जायजा लिया।
गुरुवार को पतरातू में आयोजित रिव्यू मीटिंग में आयोग की टीम ने डोर-टू-डोर वोटर्स का वेरिफिकेशन, डिजिटाइजेशन, पुराने लेमिनेटेड वोटर्स आईडी के नवीनीकरण, मतदान केंद्रों पर आवश्यक न्यूनतम सुविधाओं, जन शिकायतों के निपटारे एवं लोकसभा निर्वाचन में मतदान प्रतिशत जैसे विषयों पर एक-एक कर जानकारी ली और जरूरी दिशा निर्देश दिए।
अधिकारियों को दिए गए ये निर्देश
वरीय उप निर्वाचन आयुक्त धर्मेंद्र शर्मा और नितेश व्यास ने कहा कि वोटर रजिस्ट्रेशन से जुडे लंबित आवेदनों को मिशन मोड में निपटारा किया जाए। उन्होंने सभी जिला निर्वाचन पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि त्रुटिरहित एवं अपडेटेड वोटर्स लिस्ट तय शेड्यूल के अनुसार प्रकाशित किए जाएं। युवाओं, दिव्यांगजनों, महिलाओं, पीवीटीजी वर्ग के लोगों को मतदाता सूची में जोड़ने के लिए विशेष जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया गया।
आयोग ने कहा कि यूनिवर्सिटी और कॉलेजों के शत-प्रतिशत छात्रों का मतदाता सूची में रजिस्ट्रेशन हो, इस दिशा में पहल की जाए। सभी जिला निर्वाचन पदाधिकारियों को राजनीतिक दलों के साथ नियमित अंतराल पर बैठकें करने और सामने आने वाले मुद्दों का निपटारा करने का भी निर्देश दिया।
मीटिंग में ये अधिकारी रहे मौजूद
सीनियर डीईसी नितेश व्यास ने कहा कि राज्य के शहरी क्षेत्रों के वैसी हाउसिंग सोसाइटी, जहां 500 से अधिक मतदाता हैं, वहां सोसाइटी के अंदर ही नया मतदान केंद्र बनाएं। रिव्यू मीटिंग में भारत निर्वाचन आयोग के प्रधान सचिव अरविंद आनंद, झारखंड के अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी संदीप सिंह, अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. नेहा अरोड़ा भी मौजूद रहे।