Shankar Aadhya: पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना में प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की बड़ी कार्रवाई सामने आई है. ईडी की टीम ने राशन घोटाला मामले में बोंगांव नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष व तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता शंकर आध्या को गिरफ्तार कर लिया है. दरअसल, ये कार्रवाई बीते दिन ईडी की टीम पर हमला होने के बाद सामने आई है. केंद्रीय एजेंसी एक्शन मोड में दिखाई दे रही है.
जानकारी के मुताबिक, ईडी की टीम ने आधी रात कार्रवाई की है. बीती शाम को ईडी ने शंकर आध्या के ससुराल वालों के ठिकाने से साढ़े आठ लाख रुपए बरामद किए थे. एक अलमारी में नकदी भरी हुई मिली. बाद में रात होते-होते बनगांव नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन शंकर आध्या को गिरफ्तार कर लिया गया. सूत्रों के मुताबिक, उन्हें कोलकाता के सीजीओ कॉम्प्लेक्स लाया जाएगा. शनिवार सुबह मेडिकल जांच के बाद कोर्ट में पेश किया जा सकता है.
राशन भ्रष्टाचार में गिरफ्तार ज्योतिप्रिय के करीबी हैं शंकर
बीते दिन शुक्रवार को ईडी के जांच अधिकारियों ने कोलकाता समेत कई जगहों पर छापेमारी की थी. ईडी की अलग-अलग टीमें सुबह से ही एक साथ छापेमारी कर रही थीं. बनगांव उनमें से एक था. ईडी ने बनगांव के दापुते में तृणमूल नेता शंकर आध्या से जुड़े पांच स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया. केंद्रीय एजेंसी ने नेता के घर और उनके ससुराल में भी छापा मारा. काफी खोजबीन के बाद जांच अधिकारियों को शंकर आध्या के ससुराल से नकदी मिली.
ईडी की एक अलग टीम शंकर आध्या के घर पर उनसे पूछताछ कर रही थी. परिजनों ने दावा किया कि उनसे तमाम व्यावसायिक मामलों पर पूछताछ की गई. मालूम हो कि तृणमूल नेता आध्या और उनके परिवार के कई बिजनेस हैं. सूत्रों के मुताबिक, टीएमसी नेता विदेशी मुद्रा विनिमय का कारोबार भी करता था. वहीं, राशन भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार किए गए ज्योतिप्रिय मल्लिक से शंकर आध्या के काफी करीबी संबंध रहे हैं.
ईडी की टीम पर हुआ था हमला, जान बचाकर भागे अधिकारी
वहीं, ईडी की टीम पर शुक्रवार सुबह संदेशखाली के सरबेरिया इलाके में हमला किया गया था, जहां स्थानीय लोगों और टीएमसी नेता शेख शाहजहां के समर्थकों ने सीआरपीएफ जवानों की मौजूदगी में उनकी पिटाई कर दी थी. राशन घोटाले के सिलसिले में सरबेरिया समेत 18 जगहों पर छापेमारी कर रहे ईडी के अधिकारियों को अपनी जान बचाकर भागना पड़ा था. ईडी अधिकारियों ने शेख शाहजहां का दरवाजा खटखटाया था, जो अपने संदेशखाली स्थित घर पर मौजूद नहीं थे. जांच दल के वाहनों में तोड़फोड़ की गई थी और एक अधिकारी के सिर में चोट आई थी. अधिकारी और जवान तितर-बितर हो गए थे और बाइक व ऑटो की मदद से मौके से भागकर अपनी जान बचाई थी.