Election Commission:कांग्रेस का EVM को लेकर EC ने आरोप किया खारिज, 1642 पन्ने का भेजा जवाब

09:00 PM Oct 29, 2024 | zoomnews.in

Election Commission: हरियाणा चुनाव में अनियमितता के आरोपों पर कांग्रेस और चुनाव आयोग के बीच तनावपूर्ण स्थिति देखने को मिली है। कांग्रेस द्वारा लगाए गए आरोपों को लेकर चुनाव आयोग ने साफ शब्दों में इन आरोपों को निराधार, गलत और तथ्यहीन करार दिया है। साथ ही, कांग्रेस को 1642 पन्नों का विस्तृत जवाब भी भेजा है, जिसमें हर आरोप का विश्लेषण और प्रमाण दिया गया है। आयोग ने कांग्रेस से अपील की है कि चुनावी प्रक्रिया के दौरान निराधार आरोप लगाने से बचें, क्योंकि इससे जनहित में अशांति और अराजकता फैल सकती है।

कांग्रेस को आयोग की सख्त चेतावनी

चुनाव आयोग ने कांग्रेस को चेतावनी देते हुए कहा है कि मतदान और मतगणना के संवेदनशील दिनों में गैर-जिम्मेदाराना आरोप लगाने से जनमत और लोकतंत्र की प्रक्रिया पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। पिछले एक साल में ऐसे पाँच प्रमुख मामलों का हवाला देते हुए आयोग ने कांग्रेस को यह सुझाव दिया कि वह चुनावी कार्यों पर हमला करने से पहले उचित परिश्रम करें और बिना सबूत लगाए आरोपों से बचें।

रिटर्निंग अधिकारियों द्वारा शिकायतों की जांच

चुनाव आयोग ने बताया कि जिन 26 विधानसभा क्षेत्रों पर कांग्रेस ने सवाल उठाए थे, उन सभी क्षेत्रों में रिटर्निंग अधिकारियों ने गहनता से जांच और सत्यापन किया। इस जांच में किसी भी तरह की अनियमितता या गलती का कोई प्रमाण नहीं मिला। सभी चुनावी प्रक्रियाएं कांग्रेस के अधिकृत प्रतिनिधियों या उम्मीदवारों की निगरानी में की गई थीं।

ईवीएम में बैटरी को लेकर कांग्रेस के आरोपों का जवाब

ईवीएम में बैटरी की स्थिति को लेकर उठाए गए सवाल को चुनाव आयोग ने बेतुका बताया। आयोग ने स्पष्ट किया कि बैटरी का वोल्टेज और क्षमता ईवीएम के कामकाज या सुरक्षा पर कोई प्रभाव नहीं डालता है। चुनाव आयोग ने बताया कि बैटरी का डिस्प्ले केवल तकनीकी टीम की सहायता के लिए होता है और इसका परिणामों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता। आयोग ने इस तरह के आधारहीन आरोपों पर कांग्रेस को सख्त चेतावनी दी।

ईवीएम की विश्वसनीयता पर कोर्ट के फैसले का हवाला

आयोग ने ईवीएम को लेकर अदालतों के फैसलों का भी जिक्र किया, जिसमें बताया गया है कि व्यापक जांच और परीक्षण के बाद ईवीएम ने चुनावी प्रक्रिया में अपनी विश्वसनीयता सिद्ध की है। चुनाव आयोग ने कांग्रेस से आग्रह किया कि वह बार-बार चुनावी प्रक्रियाओं पर हमला करने की प्रवृत्ति पर अंकुश लगाए और लोकतांत्रिक प्रक्रिया में सहयोगी भूमिका निभाए।

इस प्रकरण से यह स्पष्ट होता है कि चुनाव आयोग कांग्रेस द्वारा लगाए गए निराधार आरोपों का कड़ा प्रतिवाद कर रहा है और उसने हर आरोप का तथ्यात्मक रूप से खंडन करते हुए जवाब दिया है।