India-Russia Relation: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रूस और ऑस्ट्रिया के दौरे के लिए रवाना हो गए हैं. वह रूस में 22वें भारत-रूस शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे. ये शिखर सम्मेलन तीन साल बाद हो रहा है. इससे पहले ये शिखर सम्मेलन दिसंबर 2021 में हुआ था जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दिल्ली आए थे. अपने दौरे पर रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने कहा कि मैं 22वें वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए रूस की आधिकारिक यात्रा पर जा रहा हूं और अगले तीन दिनों में ऑस्ट्रिया रिपब्लिक की मेरी यह पहली यात्रा होगी.
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘भारत और रूस के बीच विशेष रणनीतिक साझेदारी पिछले दस सालों में आगे बढ़ी है. इनमें ऊर्जा, सुरक्षा, व्यापार, निवेश, स्वास्थ्य, शिक्षा, संस्कृति, पर्यटन और लोगों के बीच आदान-प्रदान शामिल है. मैं अपने मित्र राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय सहयोग के सभी पहलुओं की समीक्षा करने और तमाम क्षेत्रीय व वैश्विक मुद्दों पर दृष्टिकोण साझा करने के लिए उत्सुक हूं. हम एक शांतिपूर्ण और स्थिर क्षेत्र के लिए एक सहायक भूमिका निभाना चाहते हैं. यह यात्रा मुझे रूस में वाइब्रेंट इंडियन कम्युनिटी से मिलने का अवसर भी प्रदान करेगी.’
ऑस्ट्रिया के दौरे को लेकर पीएम मोदी ने क्या कहा?
पीएम मोदी ने ऑस्ट्रिया के दौरे को लेकर कहा, ‘ऑस्ट्रिया में मुझे राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वान डेर बेलेन और चांसलर कार्ल नेहमर से मिलने का अवसर मिलेगा. ऑस्ट्रिया हमारा दृढ़ और विश्वसनीय साझेदार है. हम लोकतंत्र और बहुलवाद के आदर्शों को साझा करते हैं. 40 से अधिक सालों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली यात्रा है.’
उन्होंने कहा, ‘मैं इनोवेशन, टेक्नोलॉजी, सतत विकास के नए और उभरते क्षेत्रों में हमारी साझेदारी को और भी अधिक ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए बातचीत की इंतजार कर रहा हूं. ऑस्ट्रियाई चांसलर के साथ मैं पारस्परिक रूप से लाभकारी व्यापार और निवेश के अवसरों को लेकर विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए उत्सुक हूं. मैं ऑस्ट्रिया में भारतीय समुदाय के साथ भी बातचीत करूंगा, जो अपने प्रोफेशनलिज्म और आचरण के लिए जाना जाता है.’
पीएम मोदी की पुतिन से 16वीं होगी मुलाकात
दरअसल, पीएम मोदी की रूस की यात्रा को लेकर वैश्विक मंच पर काफी चर्चा है. ऐसा इसलिए है क्योंकि यूक्रेन से युद्ध शुरू होने के बाद पीएम मोदी की ये पहली मास्को यात्रा है. ये यात्रा कई मायनों में काफी अहम मानी जा रही है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी इस मुलाकात को लेकर काफी उत्साहित है. पिछले दस वर्षों में मोदी और पुतिन की 16 बार मुलाकात हो चुकी है. दोनों नेताओं के बीच आखिरी मुलाकात सितंबर 2022 में समरकंद में हुई थी, जब SCO सम्मेलन हिस्सा लेने दोनों नेता समरकंद पहुंचे थे.
पीएम मोदी का रूस दौरे का शेड्यूल
पीएम मोदी मास्को एयरपोर्ट पहुंचने के बाद सीधे होटल जाएंगे, जहां भारतीय समुदाय के लोग स्वागत करेंगे. इसके बाद वे क्रेमलिन के लिए रवाना हो जाएंगे. क्रेमलिन में PM मोदी को पुतिन प्राइवेट डिनर देंगे. अगले दिन PM मोदी भारतीय समुदाय से मिलेंगे. इसके बाद मॉस्को में एक प्रदर्शनी को देखने जाएंगे. साथ ही साथ PM मोदी और पुतिन के बीच द्विपक्षीय वार्ता होगी. वहीं, भारत-रूस शिखर सम्मेलन समाप्त होने के बाद PM मोदी मॉस्को से ऑस्ट्रिया के लिए रवाना हो जाएंगे.