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Israel-Iran War:ईरान पर इजरायल हमले की उल्टी गिनती शुरू, मिसाइल बेस होगा पहला टारगेट?

Israel-Iran War: किसी भी वक्त ईरान पर इजराइल का हमला हो सकता है. इजराइल की सिक्योरिटी कैबिनेट ने हमले को मंजूरी दे दी है. बताया जा रहा है कि इजराइल के टारगेट

Israel-Iran War: लेबनान बॉर्डर पर इजराइल की बमबारी और ग्राउंड ऑपरेशन जारी है, और अब यह संभावना जताई जा रही है कि इजराइल किसी भी समय ईरान पर हमला कर सकता है। इजराइल की सिक्योरिटी कैबिनेट ने हमले की मंजूरी दे दी है, जिसके तहत पहले मिसाइल बेस और फिर सैन्य बेस पर हमले की योजना है।

बाइडेन से बातचीत के बाद रणनीति में बदलाव

इजराइल के रक्षा मंत्री गैलेंट ने कहा है कि "वक्त आ गया है, जन्नत के द्वार खुल गए हैं," संकेत देते हुए कि ईरान इजराइल को मिटाने की कोशिश कर रहा है। इजराइल ने स्पष्ट किया है कि वह ईरान के किसी भी प्रयास को नजरअंदाज नहीं करेगा, चाहे ईरान के पास कोई भी हथियार या एयर डिफेंस क्यों न हो।

ईरानी कैंप में हलचल

इजराइल और ईरान के बीच युद्ध की संभावनाओं के बीच, मोसाद से प्राप्त जानकारी ने ईरानी कैंप में हलचल मचा दी है। ईरान के टॉप कमांडर इस्माइल कानी पर मोसाद का एजेंट होने का शक जताया जा रहा है। नसरल्लाह की मौत के 14 दिन बाद कानी तेहरान लौटे, जहां उनसे पूछताछ की गई।

हार्ट अटैक और कानी का शक

इस्माइल कानी को इस पूछताछ के दौरान हार्ट अटैक का सामना करना पड़ा। उन पर नसरल्लाह की लोकेशन साझा करने का संदेह है। कानी, जो कासिम सुलेमानी का उत्तराधिकारी था, पहले इजराइली हमले में मारे जाने की खबरों के बावजूद जीवित हैं।

क्या कानी मोसाद का एजेंट है?

अब सवाल उठता है: क्या इस्माइल कानी वास्तव में मोसाद का एजेंट है? क्या उन्होंने नसरल्लाह या अन्य कमांडरों की लोकेशन मोसाद को दी? ईरान के अधिकारियों को इन सवालों के जवाब चाहिए, क्योंकि इजराइल की ओर से लेबनान, गाजा, और ईरान में सफल ऑपरेशनों के पीछे कानी का हाथ होने का संदेह है।

इस संकटपूर्ण समय में, इजराइल और ईरान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है, और वैश्विक सुरक्षा के लिए इसका गंभीर असर हो सकता है। सभी की निगाहें इस बढ़ते संकट पर हैं।

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