Lok Sabha Election: राजस्थान के चुरू से बीजेपी सांसद राहुल कस्वां ने सोमवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया और कांग्रेस में शामिल हो गए. बीजेपी ने दो बार से सांसद कस्वां को लोकसभा चुनाव के लिए टिकट नहीं दिया था. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि राजनीतिक कारणों से आज इसी क्षण मैं भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और संसद सदस्य के पद से इस्तीफा दे रहा हूं. बीजेपी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी और अमित शाह का आभार प्रकट करता हूं, जिन्होंने मुझे 10 वर्षों तक चूरू लोकसभा परिवार की सेवा करने का अवसर दिया. विशेष आभार मेरे चूरू लोकसभा परिवार का है, जिन्होंने मुझे सदैव बहुमूल्य साथ, सहयोग और आशीर्वाद दिया.
दरअसल आज दिल्ली में कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होनी थी। इस बैठक में राहुल गांधी समेत तमाम दिग्गज नेता शामिल होने वाले हैं। इसी दौरान राहुल कस्वां को कांग्रेस में शामिल किए जाने की तैयारी थी।
राहुल ने बीजेपी से इस्तीफे पर क्या कहा?
राहुल ने एक्स हैंडल पर कहा, 'राम-राम चूरू लोकसभा परिवार। मेरे परिवारजनों! आप सब की भावनाओं के अनुरूप, मैं सार्वजनिक जीवन का एक बड़ा फैसला लेने जा रहा हूं। राजनीतिक कारणों के चलते आज इसी समय, मैं भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता एवं संसद सदस्य पद से इस्तीफा दे रहा हूं। समस्त भारतीय जनता पार्टी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, पीएम नरेन्द्र मोदी और अमित शाह का आभार प्रकट करता हूं, जिन्होंने मुझे 10 वर्षों तक चूरू लोकसभा परिवार की सेवा करने का अवसर दिया। विशेष आभार मेरे चूरू लोकसभा परिवार का, जिन्होंने मुझे सदैव बहुमूल्य साथ, सहयोग और आशीर्वाद दिया।'
बीजेपी से क्यों नाराज हुए राहुल कस्वां?
दरअसल राहुल कस्वां चूरू से लोकसभा सांसद हैं और वर्ष 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी से जीत हासिल की है। लेकिन इस बार बीजेपी ने राहुल कस्वां का टिकट काट दिया और चूरू से पैरा ओलंपियन देवेंद्र झाझड़िया को टिकट दे दिया। इसके बाद से राहुल कस्वां बीजेपी से नाराज चल रहे थे।
हालही में किया था शक्ति प्रदर्शन
हालही में राहुल कस्वां ने चूरू के सादुलपुर में शक्ति प्रदर्शन भी किया था। इस दौरान उनके समर्थन में काफी भीड़ उमड़ी थी। इस दौरान राहुल ने कहा था कि कोई एक शख्स चूरू लोकसभा के भविष्य का फैसला नहीं करेगा।