Indian Smartphone Market: भारत के स्मार्टफोन मार्केट में चीनी कंपनियों का लंबे समय से दबदबा रहा है, लेकिन इस बार एक चौंकाने वाला नाम शीर्ष पर आया है। तीसरी तिमाही में भारत में सबसे ज्यादा स्मार्टफोन बिकने का रिकॉर्ड वीवो ने स्थापित किया है, जिसने 90 लाख यूनिट से अधिक की बिक्री की। रिपोर्ट के अनुसार, फेस्टिव सीजन के आगमन से पहले कंपनी ने अपनी इन्वेंट्री को क्लीयर करने पर ध्यान केंद्रित किया, जिसके लिए उन्होंने ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों चैनलों का इस्तेमाल किया।
कैनालिस की रिपोर्ट के अनुसार, तीसरी तिमाही में स्मार्टफोन शिपमेंट में 9 फीसदी की वृद्धि हुई। हालांकि, बढ़ती खाद्य महंगाई और शहरी खर्च में सुस्ती के चलते शुरुआती त्योहारी मांग कमजोर रही। कैनालिस के एनालिस्ट संयम चौरसिया के मुताबिक, अधिकांश रिटेलर्स ने त्योहारी मांग को पूरा करने के लिए आक्रामक रूप से डिवाइस भेजे, लेकिन अपेक्षा से कमजोर ट्रैक्शन के कारण इन्वेंट्री बढ़ सकती है।
वीवो की उपलब्धि
चीनी कंपनी वीवो पहली बार किसी तिमाही में सबसे ऊपर आई है, जिसकी बाजार हिस्सेदारी 19 फीसदी रही। कंपनी ने 9.1 मिलियन यूनिट की शिपिंग की। शिआमी ने अपने बजट 5जी फोन की वजह से 7.8 मिलियन यूनिट के साथ दूसरा स्थान हासिल किया, जबकि सैमसंग 7.5 मिलियन यूनिट के साथ तीसरे स्थान पर रहा। ओप्पो (वनप्लस को छोड़कर) और रियलमी ने क्रमशः 6.3 मिलियन और 5.3 मिलियन यूनिट की शिपिंग के साथ टॉप पांच में स्थान बनाया।
अन्य कंपनियों की प्रगति
टॉप पांच से बाहर की कंपनियों में भी वृद्धि देखने को मिली है। Apple के नए फोन के लॉन्च से पहले छोटे शहरों में iPhone 15 की जबरदस्त मांग रही है। मोटोरोला, गूगल और नथिंग जैसे ब्रांड्स ने अपने अनूठे डिज़ाइन और क्लीन यूजर इंटरफेस के साथ बाजार में अपने लिए जगह बनाई है।
भविष्य के लिए पूर्वानुमान
कैनालिस के एनालिस्ट संयम चौरसिया ने बताया कि स्मार्टफोन कंपनियां दिवाली से पहले ऑफलाइन बिक्री पर निर्भर हैं और साल के अंत में इन्वेंट्री लेवल को लेकर सतर्क रहेंगी। रिपोर्ट के अनुसार, 2024 की दूसरी छमाही में स्टॉक को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने के लिए भारी छूट और एक्सटेंडिड चैनल मार्जिन की आवश्यकता होगी।
कैनालिस ने 2025 के लिए मामूली सिंगल डिजिट ग्रोथ का अनुमान लगाया है, क्योंकि कोविड-19 की वजह से शुरू किया गया रिप्लेसमेंट साइकिल अगले वर्ष की पहली छमाही में समाप्त होगा। हालांकि, अल्ट्रा-लो एंड 5जी उपकरणों के बड़े लॉन्च के साथ भारतीय स्मार्टफोन मार्केट में वृद्धि की संभावना बनी हुई है। आने वाले वर्ष में 10,000 रुपए से कम कीमत वाले 5जी उपकरणों की मांग और बिक्री में वृद्धि की उम्मीद है।