Rajasthan Politics: राजस्थान में शनिवार को मंत्रिमंडल का विस्तार होगा। दोपहर 3:15 बजे राज्यपाल कलराज मिश्र नए मंत्रियों को शपथ दिलाएंगे। नामों पर सहमति बनाने को लेकर बुधवार देर रात तक मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, वरिष्ठ नेता राजेंद्र राठौड़ और प्रदेश सह प्रभारी विजया राहटकर के बीच लंबी बैठक हुई थी। बताया जा रहा है कि इस बैठक में लगभग सभी नाम फाइनल कर लिए गए हैं।
ये हैं प्रबल दावेदार
पूर्वी राजस्थान के सबसे कद्दावर नेताओं में शामिल डॉ. किरोड़ी लाल मीणा के मंत्रिमंडल में शामिल होने की प्रबल संभावना है। वहीं, हिंदूवादी चेहरा और तिजारा से विधायक बाबा बालकनाथ भी भजनलाल मंत्रिमंडल का हिस्सा हो सकते हैं। महिला चेहरों में अनिता भदेल, दीप्ति माहेश्वरी और पहली बार विधायक बनीं नौक्षम चौधरी पर नजरें हैं।
दलित वर्ग से जितेंद्र गोठवाल और वरिष्ठ विधायक मदन दिलावर को भी मंत्री बनाया जा सकता है। राजपूत समाज से पुष्पेंद्र सिंह राणावत, सिद्धि कुमारी जैसे वरिष्ठ विधायकों के समर्थकों को उम्मीद है कि उनके नेता इस बार मंत्री जरूर बनेंगे। ब्राह्मण समाज को भी उम्मीद है कि मुख्यमंत्री के बाद समाज के एक-दो विधायक भी मंत्री बन सकते हैं। इसलिए संजय शर्मा, संदीप शर्मा, जेठानंद व्यास जैसे विधायक भी रेस में बने हुए हैं।
नए मंत्रिमंडल में सबसे ज्यादा नजरें जाट समाज को मिलने वाले प्रतिनिधित्व पर टिकी होंगी क्योंकि मुख्यमंत्री, दो उप मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष जैसे एक भी पद पर जाट चेहरे को मौका नहीं दिया गया है। ऐसे में अब लोगों की नजरें इस पर टिकी हैं कि 12 जाट विधायकों में से कितने लोगों को मंत्री बनाया जाएगा।
15 दिसंबर को भजनलाल शर्मा ने ली थी CM पद की शपथ
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने 15 दिसंबर को पद और गोपनीयता की शपथ ली थी। उनके साथ ही दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा ने डिप्टी CM के रूप में शपथ ग्रहण की थी। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत बीजेपी शासित कई राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए थे।
शपथ लेने के बाद सीएम भजनलाल ने कहा था कि मैं भावुक और नतमस्तक हूं। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास का संकल्प सर्वोपरि है। राजस्थान को सर्वश्रेष्ठ, समृद्ध और आत्मनिर्भर बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।