IND vs AUS: पर्थ टेस्ट के दूसरे दिन भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने अपने शानदार प्रदर्शन से सबका ध्यान खींचा। पहले दिन जहां उन्होंने 17 रन देकर 4 विकेट झटके थे, वहीं दूसरे दिन की शुरुआत उन्होंने अपनी पहली ही गेंद पर 5वां विकेट लेकर की। बुमराह ने एलेक्स कैरी को आउट कर ऑस्ट्रेलिया को गहरा झटका दिया और एक बार फिर खुद को भारतीय गेंदबाजी का स्तंभ साबित किया।
बुमराह का रिकॉर्ड प्रदर्शन
दूसरे दिन के इस प्रदर्शन के साथ जसप्रीत बुमराह ने अपने टेस्ट करियर में 11वीं बार 5 विकेट लेने का कारनामा किया। यह दूसरा मौका है जब उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनकी सरज़मीं पर 5 विकेट लिए। इस उपलब्धि ने ऑस्ट्रेलिया को उन 5 देशों की सूची में शामिल कर दिया है, जहां बुमराह ने 2 या उससे अधिक बार 5 विकेट झटके हैं।
विभिन्न देशों में बुमराह का प्रदर्शन
- साउथ अफ्रीका: 3 बार 5 या उससे ज्यादा विकेट
- भारत, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, वेस्टइंडीज: 2-2 बार 5 या उससे ज्यादा विकेट
बुमराह का यह प्रदर्शन उनकी काबिलियत और विभिन्न पिचों पर उनके प्रभावी गेंदबाजी कौशल को दर्शाता है।
कपिल देव का रिकॉर्ड टूटा
जसप्रीत बुमराह ने दूसरे दिन न केवल अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया बल्कि भारतीय क्रिकेट के दिग्गज कपिल देव के एक खास रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया। SENA (साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया) देशों में 7 बार 5 विकेट लेने का रिकॉर्ड अब बुमराह के नाम है।
क्या है खास:
- बुमराह ने यह उपलब्धि 51 पारियों में हासिल की।
- कपिल देव को यही कमाल करने में 62 पारियां लगी थीं।
इस प्रदर्शन के साथ बुमराह ने कपिल देव की बराबरी तो की, लेकिन इस उपलब्धि को हासिल करने में उनसे तेज साबित हुए।
भारत की तेज गेंदबाजी का नया युग
जसप्रीत बुमराह ने पिछले कुछ वर्षों में भारतीय गेंदबाजी का चेहरा बदल दिया है। उनकी स्विंग, सटीक यॉर्कर, और विविधता ने उन्हें दुनियाभर के बल्लेबाजों के लिए चुनौती बना दिया है। बुमराह का यह प्रदर्शन सिर्फ उनके कौशल का प्रमाण नहीं है, बल्कि यह भारतीय टीम की मजबूत गेंदबाजी लाइनअप का भी संकेत है।
निष्कर्ष
पर्थ टेस्ट में जसप्रीत बुमराह का प्रदर्शन न केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धियों को दर्शाता है, बल्कि यह भारतीय क्रिकेट के लिए एक गौरवशाली क्षण भी है। उनके द्वारा तोड़ा गया कपिल देव का रिकॉर्ड और विभिन्न देशों में 5 विकेट लेने का सिलसिला यह साबित करता है कि भारतीय तेज गेंदबाजी का भविष्य सुरक्षित हाथों में है। अब देखना होगा कि बुमराह अपने इस प्रदर्शन को और किस ऊंचाई पर ले जाते हैं।