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Rajasthan Politics:'काका' के कारण 5 सीटें हारी भाजपा, राजेंद्र राठौड़ पर राहुल कस्वां का तंज

Rajasthan Politics: लोकसभा चुनाव में राजस्थान में घटी भाजपा की सीटों पर सियासी वार-पलटवार जारी है। सुमेधानंद सरस्वती और देवीसिंह भाटी जैसी सीनियर भाजपा नेताओं ने तो 4 से 5 सीटों पर हार का जिम्मेदार राजेंद्र राठौड़ को ठहराया है

Rajasthan Politics: लोकसभा चुनाव में राजस्थान में घटी भाजपा की सीटों पर सियासी वार-पलटवार जारी है। सुमेधानंद सरस्वती और देवीसिंह भाटी जैसी सीनियर भाजपा नेताओं ने तो 4 से 5 सीटों पर हार का जिम्मेदार राजेंद्र राठौड़ को ठहराया है। इन सबके केंद्र में चूरू की लोकसभा सीट है। यहां आखिरी पलों में कांग्रेस में शामिल होकर चुनाव जीते राहुल कस्वां ने भी काका (राजेंद्र राठौड़) को भाजपा की हार का जिम्मेदार बताया है। दरअसल, कस्वां चुनाव के दौरान आरोप लगाते रहे कि राजेंद्र राठौड़ के कारण ही उनका भाजपा ने टिकट काटा था। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच पुरानी सियासी अदावत भी देखने को मिली थी। अब कस्वां ने एक बार फिर राठौड़ पर सियासी वार किया है।

चुनाव जनता ही जिताती है- कस्वां

चूरू सांसद ने कहा कि ये चुनाव सांसद बनने का नहीं था। ये दो विचारधाराओं के ऊपर एक विचारधारा को चुनने का चुनाव था। भाजपा से उनका टिकट काटना मुद्दा कभी नहीं रहा। टिकट कटवा दी गई, ये मुद्दा था।

कस्वां शुक्रवार शाम को सरदारशहर (चूरू) में धन्यवाद सभा में कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 'काका' (राजेंद्र राठौड़) ये कहे कि चुनाव मैं लड़ाऊंगा, मैं जीताऊंगा तो ऐसा नहीं हो सकता है। चुनाव तो जनता लड़ाएगी और जनता ही जिताएगी।

काका के सामने मैं नहीं दबा- सांसद

कस्वां ने कहा कि जनता आशीर्वाद नहीं देती तो स्वीकार कर लेते लेकिन काका (पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड) फैसला करेगा, ये स्वीकार नहीं करेंगे। मुझे पता है, बहुत से लोगों के पास घंटियां (मोबाइल कॉल) आई थीं। कुछ दब भी गए, लेकिन मैं नहीं दबा। अगर मैं मना कर देता और घर बैठ जाता तो काका कहता कि मैंने 35 साल वाले को घर बिठा दिया। वो लोग घुटनों के बल ले आते।

उन लोगों के यहां दलाल पैदा हो जाते, जो आपको गुलामी महसूस करवाते। इस कारण राजस्थान में भाजपा को कई सीटों का नुकसान हुआ। चूरू जिले की दिल की आवाज को क्या एक व्यक्ति दबा सकता है। चूरू लोकसभा क्षेत्र के लोगों ने बता दिया कि ऐसा नहीं हो सकता है।

काका (राठौड़) के कारण गईं 5 सीट- कस्वां

कस्वां ने कहा कि मेरे बारे में बड़े नेता ने एक बात कही है कि- जिस टहनी पर बैठे हुए है, उसी को काट रहे हैं। उन्होंने कहा था, मेरी तो लकड़ी भी जीतेगी। ये लो आदमी जीता है, जनता की आवाज जीती है। कौनसे भय में जी रहे हैं और कैसी-कैसी बातें करते हैं।

आज भी काका हार का कारण स्वीकार नहीं कर रहा है। दो नेता देवीसिंह भाटी और सुमेधानंद मान चुके हैं कि हार का कारण काका ही है, पांच सीट चली गईं। इसका जिम्मेदार मुझे मान रहे हैं। मैं तो टहनी काट रहा हूं, वो तो पेड़ को ही जड़ से काट रहे हैं और उनको पता ही नहीं है।

मेरी चूक के कारण हारा भाजपा प्रत्याशी- राजेंद्र राठौड़

​​​​​​​भाजपा नेताओं के चौतरफा हमले से घिरे राजेंद्र राठौड़ ने शुक्रवार को कहा था कि चूरू लोकसभा सीट पर भाजपा की हार के लिए मैं जिम्मेदार हूं। मेरी चूक की वजह से भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र झाझड़िया को हार का सामना करना पड़ा। जिन लोगों को पार्टी ने सब कुछ दिया। उन लोगों ने केवल मात्र टिकट कटने से अपने आप को पार्टी से अलग कर लिया।

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