Lok Sabha Election:बीजेपी नेता प्रहलाद गुंजल ने आज की कांग्रेस जॉइन, बोले- मैं किसी की चमचागिरी नहीं कर सकता

03:07 PM Mar 21, 2024 | zoomnews.in

Lok Sabha Election: बीजेपी नेता प्रहलाद गुंजल ने आज पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा की मौजूदगी में कांग्रेस जॉइन कर ली। इस मौके पर गुंजल ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का नाम लिए बिना उन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हाड़ौती में दो भाई साहब हैं, एक बड़े भाई साहब, एक छोटे भाई साहब। एक तरफ खुद्दारी और एक तरफ खरीदारी। गुंजल की जॉइनिंग पर डोटासरा ने कहा कि वे दमदार नेता हैं। भाजपा में जनाधार वाले नेताओं को खत्म किया जा रहा है। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर भाजपा पर आरोप लगाए। गहलोत ने कहा कि देश में आज लोकतंत्र की धज्जियां उड़ रही हैं।

गुंजल शांति धारीवाल के सामने विधानसभा का चुनाव ​हार गए थे। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से भी गुंजल की अनबन है। दोनों के बीच लंबे समय से सियासी रूप से टकराव चलता रहा है। गुंजल वसुंधरा राजे समर्थक रहे हैं। पिछले काफी समय से उनके तेवर बदले हुए थे।

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर भी साधा निशाना

गुंजल ने कहा कि मैं बीजेपी में किसी से जूनियर नहीं हूं। मैं जब पहली बार विधायक था तो आज के मुख्यमंत्री सरपंच बनने की दौड़ में भाग रहे थे। जब मैं दूसरी बार विधायक था तो आज के मुख्यमंत्री पंचायत समिति मेंबर बनने के लिए दौड़ धूप कर रहे थे।

मैं किसी की चमचागिरी नहीं कर सकता - पूर्व विधायक

  • गुंजल ने कहा कि मैं किसी नेता के भाइयों की चमचागिरी करने और किसी नेता की दर-पट्टी बिछाने के लिए राजनीति में नहीं आया ।राजनीति का चेहरा मोहरा एक व्यक्ति की दरी पट्टी उठाने तक सीमित हो गया है।
  • उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सरकारी सुरक्षा की गारंटी होती है वह डर का कारण नहीं हो। नौजवान कार्यकर्ताओं को हिम्मत के साथ मुकाबला करना चाहिए।
  • जोर और जुल्म राजनीतिक की ताकत बन गई है। सत्ता के बूते खुद्दारी को खरीदने का प्रयास किया जा रहा है।

कोटा की राजनीति में एक व्यक्ति और परिवार का कब्जा- गुंजल

  • गुंजल ने कहा कोटा की राजनीति में एक व्यक्ति का कब्जा हो गया। एक व्यक्ति के भी परिवार का कब्जा हो गया। आज भारतीय जनता पार्टी की रीति-नीति और सिद्धांत से जुड़ा हुआ खुद्दार कार्यकर्ता खून के आंसू रो रहा है।
  • वह केवल इस बात का नैतिक साहस नहीं जुटा पा रहा है कि अपने विचारधारा को त्याग कर जुल्म के खिलाफ खड़े हो जाएं, लेकिन मैं वह जुल्म को बर्दाश्त नहीं कर सकता था।
  • मैं अपनी ताकत का प्रभाव और प्रकोप हाड़ौती की जनता को दिखाने वाले के सामने आत्मसमर्पण नहीं कर सकता था।
  • पिछले चुनाव में बीजेपी ने मुझे वहां भेज कर जिल्लत देने का प्रयास किया उस समय भी मेरे कार्यकर्ताओं ने खून के आंसू पिए।

राजस्थान के हेल्थ मिनिस्टर पर पलटवार

  • गुंजल ने खींवसर के बयान पर पलटवार करते हुए कहा मंत्री कह रहे हैं कि भाजपा में लोग दरवाजे तोड़कर आ रहे हैं तो जिंदा लोग कभी धारा के साथ नहीं चलते,धारा के साथ मरी हुई मछलियां बहती हैं।
  • मैं 40 साल पुराना भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता था। मैंने सड़कों पर संघर्ष किया। इस लंबी यात्रा के बाद अब यह महसूस होने लगा है की परिस्थितियों ठीक नहीं हैं।
  • जिस प्रकार की परिस्थितियों पैदा हो रही है वह चिंताजनक हैं। सत्ता की ताकत के आगे आम आदमी की आवाज को दबा दिया जा रहा है यह प्रवृत्ति लोकतंत्र के लिए चुनौती बन गई है।