Rahul Gandhi News:BJP के पास हरियाणा में लड़ रही छोटी पार्टियों का रिमोट कंट्रोल- राहुल गांधी

01:12 PM Sep 30, 2024 | zoomnews.in

Rahul Gandhi News: हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक गतिविधियों में तेजी आ गई है। कांग्रेस पार्टी ने अपने वरिष्ठ नेताओं के माध्यम से बीजेपी सरकार पर तीखे हमले करते हुए चुनावी माहौल को गर्म कर दिया है। हाल ही में अंबाला में हुई चुनावी रैली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी ने बीजेपी की नीतियों और उनकी सरकार के खिलाफ कड़ा विरोध दर्ज कराया।

राहुल गांधी का बयान: गरीबों की जेब में हाथ

राहुल गांधी ने चुनावी सभा में कहा कि बीजेपी राज में गरीबों की जेब से पैसा निकालकर अमीरों के खातों में डालने का काम किया जा रहा है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि अडानी जैसे उद्योगपतियों के खातों में पैसे धड़ाधड़ जा रहे हैं, जबकि आम जनता की आर्थिक स्थिति deteriorate हो रही है। उन्होंने कहा, “यहां हर भाषण में सम्मान शब्द का प्रयोग किया गया। लोगों की जेब में कितना पैसा आ रहा है, यह जानना जरूरी है। पीएम मोदी का सम्मान करें, लेकिन यदि वे आपकी जेब से पैसे खींचते रहें, तो यह ठीक नहीं है।”

जातिगत जनगणना की मांग

जातिगत जनगणना का मुद्दा भी राहुल गांधी के भाषण में शामिल रहा। उन्होंने कहा कि हमें यह पता लगाना चाहिए कि ओबीसी, दलित और आदिवासी वर्गों के लोग कितने हैं। उन्होंने यह भी बताया कि देश में केवल तीन ओबीसी अधिकारियों के पास निर्णय लेने का अधिकार है, जबकि इनकी कुल आबादी लगभग 50 फीसदी है।

प्रियंका गांधी का हमला: किसानों और युवाओं की अनदेखी

प्रियंका गांधी ने भी बीजेपी पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि पिछले 10 वर्षों में पीएम मोदी ने किसानों और युवाओं की कोई बात नहीं सुनी। उन्होंने कहा, “किसानों को आंसू गैस और लाठी मिली, और युवाओं को बेरोजगारी। हरियाणा का किसान देश का अन्नदाता है, लेकिन उसे न्याय नहीं मिला।” प्रियंका ने आगे कहा कि बीजेपी के वादे पूरे नहीं हुए हैं और किसानों के साथ विश्वासघात किया गया है।

चुनाव प्रचार की रणनीति

राहुल गांधी और प्रियंका गांधी दोनों 5 अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार कर रहे हैं। राहुल गांधी 3 अक्टूबर की शाम तक हरियाणा में प्रचार करेंगे, जहां उनके साथ प्रदेश कांग्रेस के अन्य नेता जैसे भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कुमारी सैलजा भी मंच साझा कर रहे हैं। कांग्रेस का उद्देश्य 10 साल बाद हरियाणा में सत्ता में लौटना है।

निष्कर्ष

हरियाणा में चुनावी प्रचार का यह दौर कांग्रेस के लिए एक महत्वपूर्ण मौका है, जहां वह बीजेपी के खिलाफ अपनी विचारधारा और नीतियों को पेश कर सकती है। दोनों नेताओं के द्वारा उठाए गए मुद्दे जैसे गरीबों की आर्थिक स्थिति, जातिगत जनगणना, और किसानों की स्थिति ने चुनावी माहौल को और भी गरमाया है। कांग्रेस की यह कोशिश है कि हरियाणा की जनता बीजेपी सरकार के खिलाफ खड़ी हो और उन्हें आगामी चुनाव में सही विकल्प चुने।