Share Market News: भले ही बीते सप्ताह में भारतीय शेयर बाजार में बड़ी गिरावट आई हो और निवेशकों के 16 लाख करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान हुआ हो, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि इसका भविष्य उज्ज्वल है। मार्क मोबियस जैसे अनुभवी निवेशक यह अनुमान लगा रहे हैं कि 2025 के अंत तक सेंसेक्स एक लाख और निफ्टी 50 हजार अंकों के स्तर तक पहुंच सकता है। इसका मतलब है कि अगले 15 महीनों में निफ्टी लगभग दोगुना हो सकता है। सेंसेक्स, जो वर्तमान में 82,000 अंकों के करीब है, को भी 18,000 अंकों की और बढ़त की आवश्यकता है। इससे यह उम्मीद जताई जा रही है कि निवेशकों को आने वाले समय में 22% से अधिक का रिटर्न मिल सकता है।
मार्क मोबियस की भविष्यवाणी
मोबियस इमर्जिंग ऑपर्च्युनिटीज फंड के चेयरमैन और दुनिया के धुरंधर निवेशकों में से एक, मार्क मोबियस ने अनुमान लगाया है कि भारत का प्रमुख सूचकांक निफ्टी अगले साल के अंत तक 50,000 अंकों तक पहुंच सकता है। इस भविष्यवाणी के अनुसार, निफ्टी अपने मौजूदा स्तर से दोगुना हो सकता है। उन्होंने सेंसेक्स के लिए भी 1 लाख अंकों का लक्ष्य रखा है। मार्क मोबियस का कहना है कि भारत में शेयर बाजार में सबसे ज्यादा अवसर नजर आ रहे हैं, खासतौर पर तेजी से विकास करते हुए विभिन्न सेक्टर्स में।
भारत और ताइवान पर भरोसा
मोबियस से जब उनके निवेश के वितरण के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने बताया कि वे अपने फंड का 20 से 30 प्रतिशत भारत के शेयर बाजार में और इतनी ही हिस्सेदारी ताइवान के शेयर बाजार में निवेश करेंगे। इसके बाद वे 10 प्रतिशत चीन और 10 प्रतिशत कोरिया के बाजारों में निवेश करना चाहेंगे। बाकी हिस्सा वे वियतनाम, थाईलैंड, इंडोनेशिया, मलेशिया, तुर्की और थोड़ा ब्राजील के शेयर बाजारों में लगाना चाहेंगे।
सेमीकंडक्टर सेक्टर में संभावनाएं
मोबियस का मानना है कि भारत में आने वाले वर्षों में सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में बड़ा उछाल देखने को मिलेगा। देश में सेमीकंडक्टर के उत्पादन के साथ-साथ विदेशी कंपनियों का सहयोग और सरकार की ओर से सपोर्ट तेजी से बढ़ रहा है। पीएलआई (प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव) स्कीम और सेमीकॉन इंडिया प्रोग्राम के तहत इस सेक्टर में 76,000 करोड़ रुपए का निवेश किया जा रहा है। 2030 तक भारतीय सेमीकंडक्टर बाजार के 109 बिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है, जो वर्तमान में 38 बिलियन डॉलर है।
शेयर बाजार की मौजूदा स्थिति
हालांकि, मौजूदा समय में शेयर बाजार में गिरावट का दौर चल रहा है। पिछले 5 कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स में 4100 से अधिक अंकों की गिरावट देखी गई है, जबकि निफ्टी 1200 से अधिक अंक गिरा है। लेकिन एक साल में निफ्टी में 28% की वृद्धि हुई है, जोकि लगभग 5600 अंकों की है। खास बात यह है कि निफ्टी ने 24,000 से 25,000 अंकों तक की बढ़त सिर्फ 24 कारोबारी दिनों में हासिल की है, जो इसके इतिहास में सबसे तेज 1000 अंकों की वृद्धि है।
निष्कर्ष
भले ही शेयर बाजार में अस्थायी गिरावट हो, लेकिन दीर्घकालिक दृष्टिकोण से भारत के शेयर बाजार का भविष्य उज्ज्वल दिखाई देता है। मार्क मोबियस जैसे अनुभवी निवेशकों का मानना है कि भारतीय बाजार अगले कुछ वर्षों में बड़ा उछाल देखने वाला है, खासकर सेमीकंडक्टर और अन्य उभरते क्षेत्रों में। इससे निवेशकों को अच्छे रिटर्न मिलने की पूरी संभावना है।