Jharkhand Politics: झारखंड से बड़ी खबर आ रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता हेमंत सोरेन फिर से मुख्यमंत्री बन सकते हैं। वे चंपई सोरेन की जगह एक बार फिर झारखंड मुक्ति मोर्चा की अगुवाई वाले गठबंधन के नेता चुने जा सकते हैं और सीएम के तौर पर शपथ ले सकते हैं। सूत्रों के कहना है कि आज देर शाम 8 बजे चंपई सोरेन राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप सकते हैं। झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन विधायक दल की बैठक आज रांची में सीएम चंपई सोरेन के आवास पर हुई।
तीसरी बार झारखंड के मुख्यमंत्री बनेंगे सोरेन
सूत्रों की मानें तो राज्य में सत्ता परिवर्तन को लेकर गठबंधन के सहयोगियों में आम सहमति बन चुकी है और हेमंत सोरेन तीसरी बार झारखंड के मुख्यमंत्री बनेंगे। वहीं मौजूदा मुख्यमंत्री चंपई सोरेन को यूपीए समन्वय समिति का अध्यक्ष और जेएमएम का कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने की संभावना है। सूत्रों के मुताबिक इंडिया ब्लॉक के विधायक राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मिलेंगे और चंपई सोरेन उन्हें अपना इस्तीफा सौंपेंगे।
जल्द हो सकता है सत्ता में बदलाव
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भूमि घोटाले के मामले में जमानत पर जेल से रिहा होने के बाद पहली बार अपने आवास पर गठबंधन सहयोगियों के विधायकों की सर्वदलीय बैठक बुलाई। इससे पहले, भूमि घोटाले के मामले में गिरफ्तारी से पहले सोरेन ने इसी तरह की बैठक की थी, जिसके दौरान उन्होंने कथित तौर पर कल्पना सोरेन को झारखंड का अगला मुख्यमंत्री बनाने के लिए समर्थन पत्र पर विधायकों के हस्ताक्षर प्राप्त किए थे। जमानत पर सोरेन की रिहाई के बाद मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य को देखते हुए, इस तरह के कदमों से इनकार नहीं किया जा रहा है। अटकलें लगाई जा रही हैं कि राज्य में सत्ता परिवर्तन हो सकता है।
28 जून को मिली हाईकोर्ट से मिली थी जमानत
बता दें कि झारखंड हाईकोर्ट ने कथित भूमि घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को 28 जून को जमानत दे दी थी। अदालत ने सोरेन की जमानत याचिका पर अपना फैसला 13 जून को सुरक्षित रख लिया था। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष सोरेन को ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के सिलसिले में 31 जनवरी को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद हेमंत सोरेन के रांची के बरसा मुंडा जेल में रखा गया था।