IND vs AUS: भारतीय क्रिकेट टीम ने पर्थ टेस्ट जीतकर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है, और अब पूरी नजरें दूसरी चुनौती पर हैं। ये चुनौती सिर्फ क्रिकेट के खेल से जुड़ी नहीं, बल्कि एक खास तकनीकी पहलू से भी जुड़ी हुई है। भारतीय टीम का सामना अब डे-नाइट टेस्ट मैच से होने वाला है, जिसे एडिलेड में पिंक बॉल के साथ खेला जाएगा। भारतीय टीम का पिंक बॉल टेस्ट का अनुभव ज्यादा नहीं है, और यही कारण है कि इसे काफी चुनौतीपूर्ण माना जा रहा है। हालांकि, मैच को लेकर अभी एक सप्ताह से अधिक का समय बाकी है, लेकिन इस बीच एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है, जो भारतीय फैंस के लिए तो अच्छी है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के लिए चिंता का कारण बन सकती है।
शुभमन गिल की इंजरी रिकवरी
पिंक बॉल टेस्ट से पहले भारतीय टीम 30 नवंबर और 1 दिसंबर को ऑस्ट्रेलिया की प्राइम मिनिस्टर्स XI के खिलाफ दो दिनों का डे-नाइट प्रैक्टिस मैच खेलेगी। यह प्रैक्टिस मैच कैनबरा में खेला जाएगा, जहां भारतीय खिलाड़ी पहले ही पहुंच चुके हैं। इस दौरान भारतीय टीम के नंबर 3 बल्लेबाज शुभमन गिल प्रैक्टिस करते हुए नजर आए। गिल पर्थ टेस्ट में अंगूठे की चोट के कारण टीम का हिस्सा नहीं बन पाए थे, लेकिन अब वह पूरी तरह से फिट हो चुके हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्होंने अपनी इंजरी से पूरी तरह रिकवरी कर ली है और उनके अंगूठे पर बंधा बैंडेज भी हटा दिया गया है।
प्रैक्टिस मैच में गिल की भूमिका
गिल ने नेट्स में थ्रो डाउन के अलावा भारतीय टीम के तेज गेंदबाजों—आकाश दीप, हर्षित राणा और यश दयाल के खिलाफ बैटिंग की। उनकी वापसी भारतीय टीम के लिए बेहद अहम होगी, क्योंकि वह नंबर 3 पर लंबे समय से बल्लेबाजी कर रहे हैं। इसके अलावा, गिल के पास ऑस्ट्रेलिया में बल्लेबाजी करने का भी अनुभव है। गिल ने ऑस्ट्रेलिया में तीन मुकाबलों में 51 की औसत से 259 रन बनाए हैं, जिसमें दो अर्धशतक शामिल हैं। उनकी यह शानदार बल्लेबाजी भारतीय टीम के लिए बड़ी उम्मीदें जगाती है। गिल के न होने पर देवदत्त पडिक्कल को उनकी जगह नंबर 3 पर बल्लेबाजी करनी पड़ी थी, लेकिन गिल की वापसी से टीम को मजबूती मिलेगी।
क्या गिल प्रैक्टिस मैच में खेलेंगे?
गिल के नेट सेशन में बैटिंग करते हुए तो देखा गया, लेकिन यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका है कि वह प्रैक्टिस मैच में खेलेंगे या नहीं। हालांकि, एडिलेड टेस्ट में उनके खेलने की पूरी संभावना है, और इससे भारतीय टीम को काफी फायदा हो सकता है। भारतीय टीम 29 नवंबर को कैनबरा में प्रैक्टिस करेगी, और इसके बाद 30 नवंबर और 1 दिसंबर को प्राइम मिनिस्टर XI के खिलाफ दो दिनों का मैच खेलेगी। इस मैच के बाद 2 दिसंबर को भारतीय टीम एडिलेड के लिए रवाना हो जाएगी, जहां पिंक बॉल टेस्ट मुकाबला खेला जाएगा।
भारतीय टीम का आत्मविश्वास बढ़ा
गिल की वापसी ने भारतीय टीम के आत्मविश्वास को और भी मजबूत किया है। पिंक बॉल टेस्ट को लेकर पहले से ही टीम इंडिया में कुछ संकोच था, लेकिन गिल की फिटनेस टीम के लिए बड़ी राहत लेकर आई है। उनके अनुभव और पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे में मिली सफलता को देखते हुए, भारतीय टीम को उम्मीद है कि वह इस बार भी ऑस्ट्रेलिया में अच्छा प्रदर्शन करेगी। इसके अलावा, गिल के होने से टीम के मध्यक्रम में स्थिरता बनेगी, जो पिंक बॉल टेस्ट जैसे चुनौतीपूर्ण मुकाबले में बेहद अहम है।
निष्कर्ष
अब भारतीय टीम के लिए सबसे बड़ी चुनौती पिंक बॉल टेस्ट है, लेकिन शुभमन गिल की फिटनेस ने इस चुनौती को थोड़ा आसान बना दिया है। उनकी वापसी से टीम का मध्यक्रम मजबूत हुआ है, और इस मुकाबले में भारतीय टीम की संभावनाएं बढ़ी हैं। पिंक बॉल टेस्ट भारतीय क्रिकेट के लिए एक नया अनुभव होगा, लेकिन गिल की वापसी और उनकी ऑस्ट्रेलिया में शानदार बल्लेबाजी को देखते हुए भारतीय टीम इस मुकाबले को जीतने के लिए पूरी तरह से तैयार नजर आ रही है।
#ShubmanGill appears to have fully recovered from left-thumb fracture. Faced under-arm throwdowns at the start before graduating to face faster bowlers. #BGT #ManukaOval #IndvAus pic.twitter.com/jIkwN3iIMH
— Madhu Jawali (@MadhuJawali) November 29, 2024