Afghanistan Kabul Blast: अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में बुधवार को एक बड़ा विस्फोट हुआ, जिसमें तालिबान के शरणार्थी मंत्री खलील रहमान हक्कानी और उनके 3 बॉडीगार्ड्स सहित 12 लोग मारे गए। यह विस्फोट काबुल के शरणार्थी मंत्रालय के परिसर में हुआ। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हक्कानी उस समय खोस्त से आए लोगों के समूह की मेज़बानी कर रहे थे जब यह हमला हुआ। तालिबान सरकार ने इस घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि इस हमले में उनके मंत्री और उनके साथी मारे गए हैं।
आत्मघाती हमले की आशंका
मंत्रालय परिसर में हुए इस विस्फोट के बारे में अभी तक पूरी जानकारी सामने नहीं आई है, लेकिन प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार इसे एक आत्मघाती हमला माना जा रहा है। धमाके में आत्मघाती हमलावर की भी मौत हो गई है, और कई लोग घायल हुए हैं। फिलहाल, हमले के कारणों और हमलावरों के बारे में जांच जारी है।
खलील रहमान हक्कानी का कनेक्शन
खलील रहमान हक्कानी, जो तालिबान के आंतरिक मंत्री सिराजुद्दीन हक्कानी के चाचा हैं, हक्कानी नेटवर्क के प्रमुख सदस्य रहे हैं। उन्हें अगस्त 2021 में तालिबान की सत्ता में वापसी के बाद शरणार्थियों के मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया था। उनका हक्कानी नेटवर्क अफगानिस्तान में तालिबान के सबसे प्रभावशाली और विवादास्पद समूहों में से एक है।
ISIS-K का संभावित हाथ
इस विस्फोट के पीछे इस्लामिक स्टेट के खुरासान प्रांत (ISIS-K) का हाथ होने की आशंका जताई जा रही है। हाल के महीनों में तालिबान और ISIS-K के बीच बढ़ते तनाव के कारण ऐसे हमलों की आशंका थी। हालांकि, फिलहाल किसी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
जांच जारी
इस घटना के बाद अफगान सरकार ने जांच शुरू कर दी है और पूरी स्थिति का पता लगाने के लिए सुरक्षा एजेंसियों को मौके पर भेजा गया है। तालिबान द्वारा इस हमले की जिम्मेदारी किसी संगठन पर नहीं डाली गई है, लेकिन ISIS-K से जुड़े हमलों की संभावना को नकारा नहीं जा सकता है।
यह हमला तालिबान सरकार के लिए एक बड़ा झटका है और देश में सुरक्षा स्थिति को लेकर नई चिंताएं उत्पन्न करता है।