Delhi Election: आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आज एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जहां दिल्ली चुनाव नजदीक हैं, वहीं भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को बड़ा झटका लगा है। बीजेपी की वरिष्ठ पार्षद कुसुम लता ने अपने पति रमेश पहलवान के साथ आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया है।
आप में शामिल हुईं कुसुम लता
पार्टी में शामिल होने के बाद कुसुम लता ने कहा, "मेरा सौभाग्य है कि मैं आम आदमी पार्टी से जुड़ रही हूं।" उनके पति रमेश पहलवान ने भी इस मौके पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "मैं दोबारा घर वापसी कर रहा हूं। अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली में जो बदलाव हुए हैं, चाहे वह शिक्षा हो, स्वास्थ्य हो या अन्य विकास कार्य, वे उल्लेखनीय हैं। इसी वजह से मैं आप में दोबारा आया हूं।"
केजरीवाल का स्वागत और प्रशंसा
अरविंद केजरीवाल ने इस मौके पर कुसुम लता और रमेश पहलवान का स्वागत किया। उन्होंने कहा, "मुझे खुशी है कि कुसुमलता और नरेश पहलवान फिर से आप का हिस्सा बन रहे हैं। कुसुमलता जी दो बार पार्षद रही हैं और रेसलिंग व खेल जगत में उनका बड़ा योगदान रहा है। दिल्ली के कई प्रतिष्ठित लोग आम आदमी पार्टी से जुड़ रहे हैं, यह पार्टी की बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाता है।"
अमित शाह पर तीखा हमला
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में केजरीवाल ने गृह मंत्री अमित शाह पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, "दिल्ली में कानून व्यवस्था दिन-ब-दिन खराब हो रही है। रोजाना औसतन 17 बच्चे गायब हो रहे हैं। नशे का कारोबार बढ़ रहा है। मैंने अमित शाह को चिट्ठी लिखकर इन मुद्दों पर चर्चा करने के लिए समय मांगा था, लेकिन अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।"
रोहिंग्या-बांग्लादेशियों पर सवाल
अवैध रूप से देश में रह रहे रोहिंग्या और बांग्लादेशियों के मुद्दे पर भी केजरीवाल ने केंद्र सरकार को घेरा। उन्होंने कहा, "भारत सरकार को यह बताना चाहिए कि इनकी घुसपैठ कैसे हो रही है। यदि सीमा पर इतनी सुरक्षा है, तो वे देश में प्रवेश कैसे कर रहे हैं? असम और बंगाल होते हुए दिल्ली तक उनकी पहुंच कैसे हो रही है? क्या भारत सरकार यह मान रही है कि वह देश की सीमाओं की सुरक्षा करने में विफल हो रही है?"
दिल्ली चुनाव की रणनीति
आम आदमी पार्टी के लिए यह घटनाक्रम महत्वपूर्ण है। कुसुम लता और रमेश पहलवान जैसे नेताओं का पार्टी में शामिल होना चुनावी समीकरण बदल सकता है। साथ ही, कानून व्यवस्था और घुसपैठ के मुद्दों पर केंद्र सरकार को घेरकर आप ने चुनावी रणनीति की स्पष्ट झलक दी है।
निष्कर्ष
दिल्ली के चुनावी माहौल में आम आदमी पार्टी की यह सफलता बीजेपी के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकती है। वहीं, अरविंद केजरीवाल लगातार केंद्र सरकार पर हमला कर यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि विकास के मुद्दों के साथ-साथ वे जनता के अन्य गंभीर मुद्दों को भी चुनावी विमर्श का हिस्सा बनाएं। अब देखना यह होगा कि इस घटनाक्रम का दिल्ली की राजनीति पर क्या असर पड़ता है।