Danish Ali News: मायावती की अगुवाई वाली बहुजन समाज पार्टी ने अपने लोकसभा सांसद दानिश अली को पार्टी से सस्पेंड कर दिया है. पार्टी ने पार्टी विरोधी गतिविधयों में शामिल होने के आरोप में दानिश अली पर कार्रवाई की है. दानिश उत्तर प्रदेश के अमरोहा से लोकसभा सांसद हैं. बीएसपी की ओर से शनिवार को जारी किए गए पत्र में कहा गया है कि बीएसपी सांसद दानिश अली को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने की वजह आज 9 दिसंबर को पार्टी से निलंबित कर दिया गया है.
दानिश अली के निलंबन को लेकर बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने पत्र के जरिए कहा, “आपको कई बार मौखिक रूप से कहा जा चुका है कि आप पार्टी की विचारधारा, नीतियों, और अनुशासन के खिलाफ किसी तरह की कोई बयानबाजी ना ही कोई काम करें, लेकिन निर्देशों के बाद भी आप लगातार पार्टी के खिलाफ काम करते रहे. ऐसे में पार्टी हित को देखते हुए आपको बीएसपी की सदस्यता से तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है.”
सतीश मिश्रा ने अपने पत्र में 2018 के वाकये का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि 2018 में आप (दानिश अली) एचडी देवगौड़ा की जनता पार्टी सेकुलर से जुड़े हुए थे और तब वहां के विधानसभा चुनाव में जनता दल सेकुलर तथा बीएसपी मिलकर चुनाव लड़ रहे थे. चुनाव के बाद देवगौड़ा के कहने पर दानिश अली को 2019 के लोकसभा चुनाव में यूपी के अमरोहा सीट से बीएसपी के टिकट से उतारा गया था. तब देवगौड़ा ने यह वादा किया था कि दानिश अली बीएसपी की नीतियों और निर्देशों का पालन करते रहेंगे. लेकिन बाद में दानिश अपने वादों को भूलते चले गए और पार्टी के खिलाफ गतिविधियों में बने रहे.
कांग्रेस से नजदीकी पड़ी भारी!
रिपोर्ट्स के मुताबिक, दानिश लगातार कांग्रेस के करीब जाते दिख रहे थे। वहीं कांग्रेस का भी झुकाव उनकी तरफ नजर आ रहा था। ऐसे में बसपा सुप्रीमो मायावती द्वारा दानिश को पार्टी से निकालने की ये भी एक अहम वजह मानी जा रही है।
रमेश बिधूड़ी से विवाद के बाद चर्चा में थे दानिश
21 सितंबर 2023 को संसद में बीजेपी के सांसद रमेश बिधूड़ी ने दानिश अली के खिलाफ अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया था। बिधूड़ी ने उनको लेकर आपत्तिजनक बातें कहीं थीं, जिसके बाद से दानिश चर्चा में थे। दानिश अली ने इस मामले की शिकायत संसद की विशेषाधिकार समिति से की थी।
महुआ मोइत्रा की जा चुकी है संसद सदस्यता
इससे पहले गुरुवार को संसद में एथिक्स समिति की रिपोर्ट के सदन में पेश होने के बाद तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा को लोकसभा से निष्कासित कर दिया गया था। महुआ मोइत्रा पर सदन में सवाल पूछने के बदले पैसे लेने के आरोप लगे थे। हालांकि मोइत्रा ने बार-बार इन आरोपों को सिरे से ख़ारिज किया है।