Haryana Election 2024: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भाजपा के गंभीर आरोपों पर तीखा पलटवार करते हुए कहा कि यदि भाजपा यह साबित कर दे कि कांग्रेस शासन के दौरान रॉबर्ट वाड्रा को एक इंच भी सरकारी जमीन दी गई थी, तो वे राजनीति से संन्यास ले लेंगे। यह बयान उस वक्त आया जब भाजपा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उसके शासनकाल में हरियाणा के किसानों की जमीनें सस्ते दामों पर पार्टी के नेताओं के ‘‘दामादों’’ को दे दी गई थीं। इस आरोप का केंद्र बिंदु कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा थे, जिन्हें लेकर भाजपा ने निशाना साधा था।
'रॉबर्ट वाड्रा के बारे में झूठी बातें फैला रही बीजेपी': हुड्डा का पलटवार
करनाल में संवाददाताओं से बात करते हुए भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, “मैं भाजपा को चुनौती देता हूं कि वे इस मामले में ठोस सबूत पेश करें।” उन्होंने कहा कि भाजपा जानबूझकर रॉबर्ट वाड्रा के बारे में झूठी अफवाहें फैला रही है। “कांग्रेस ने वाड्रा को एक इंच भी सरकारी जमीन नहीं दी,” हुड्डा ने कहा। उन्होंने भाजपा को खुली चुनौती दी कि यदि वे वाड्रा को दी गई किसी भी सरकारी जमीन का प्रमाण पेश कर सकें, तो वे राजनीति छोड़ देंगे।
भाजपा का आरोप और चुनावी मुद्दा
भाजपा 2014 में पहली बार हरियाणा में अपने दम पर सत्ता में आई थी, और भूमि सौदों में कथित अनियमितताओं को चुनावी मुद्दा बनाते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा था। भूपेंद्र सिंह हुड्डा की पिछली सरकार के समय इन भूमि सौदों को लेकर भाजपा ने गंभीर आरोप लगाए थे, विशेष रूप से वाड्रा को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाते हुए। 2024 के आगामी विधानसभा चुनाव के लिए भी भाजपा ने इसे एक प्रमुख मुद्दा बनाते हुए फिर से कांग्रेस पर हमला किया है।
रॉबर्ट वाड्रा का पलटवार और पीएम मोदी को चुनौती
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में हरियाणा के एक चुनावी भाषण में कांग्रेस शासन पर निशाना साधते हुए कहा था कि “कांग्रेस के शासन में दलाल और दामाद की तूती बोलती थी।” यह बयान रॉबर्ट वाड्रा और भूपेंद्र हुड्डा पर सीधा हमला था। इस पर रॉबर्ट वाड्रा ने भी पलटवार किया और प्रधानमंत्री मोदी को चुनौती दी। वाड्रा ने कहा, “अगर प्रधानमंत्री साबित कर सकते हैं कि मेरी कोई जमीन हरियाणा में है या मैंने कोई गलत काम किया है, तो वे इसे जनता के सामने लाएं। लेकिन वे कुछ साबित नहीं कर सकते, क्योंकि मैंने कोई गलत काम नहीं किया है।”
वाड्रा ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री अपने भाषणों में लगातार उनका नाम लेते हैं, लेकिन 10 साल के भाजपा शासन में तमाम एजेंसियां और जांचों के बावजूद कुछ भी ठोस साबित नहीं हो पाया है। “मैं चुनौती देता हूं, अगर कुछ है तो वे साबित करें,” वाड्रा ने कहा।
भाजपा की चुनावी रणनीति
भाजपा के लिए हरियाणा विधानसभा चुनाव में वाड्रा और हुड्डा पर निशाना साधना उनकी चुनावी रणनीति का अहम हिस्सा है। पिछली हुड्डा सरकार के समय भूमि सौदों और रॉबर्ट वाड्रा के नाम पर चुनाव प्रचार करना भाजपा के लिए एक पुराना, लेकिन प्रभावी मुद्दा रहा है। पार्टी ने 2014 और 2019 के विधानसभा चुनावों में भी इसी मुद्दे को उठाया था, और अब 2024 के चुनावों के लिए भी इसे जोर-शोर से प्रचारित कर रही है।
भूपेंद्र हुड्डा और रॉबर्ट वाड्रा के यह स्पष्ट बयान भाजपा की रणनीति को चुनौती दे रहे हैं, लेकिन भाजपा के लिए यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि जनता पर इन आरोपों का कितना असर होता है। आगामी चुनावों में दोनों पक्षों के आरोप-प्रत्यारोप और जवाबी बयानबाजी हरियाणा की राजनीति को गर्माते रहेंगे।