Ranji Trophy 2024: मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्पलेक्स में रणजी ट्रॉफी का दूसरा सेमीफाइनल मैच खेला जा रहा है जिसमें शार्दुल ठाकुर ने शानदार शतक जमाया. ठाकुर ने नौवें नंबर पर उतरकर 109 रनों की पारी खेली और अपनी टीम मुंबई को तमिल नाडु के खिलाफ सस्ते में ढेर होने से बचाया. ठाकुर ने ये पारी तब खेली जब मुंबई की टीम मुश्किल में थी. उसने अपने नौ विकेट 106 रनों पर खो दिए थे. लेकिन फिर ठाकुर ने हार्दिक तामोर के साथ मिलकर टीम को संभाला और शानदार पारी खेली. इस पारी के बाद ठाकुर ने एक बड़ी बात भी कह दी जो भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को सुननी चाहिए.
ठाकुर ने इस मैच में 105 गेंदों पर 13 चौके और चार छक्कों की मदद से 109 रनों की पारी खेली. उन्होंने तामोर के साथ मिलकर 105 रनों की साझेदारी की. इसके बाद उन्होंने 74 रन बनाने वाले तनुष कोटियान के साथ 79 रन जोड़े. मुंबई ने दूसरे दिन का अंत नौ विकेट के नुकसान पर 353 रनों के साथ किया.
BCCI should consider enough break between Ranji Trophy matches; just 3 days rest time between 9 matches could lead to a lot of injuries: Shardul Thakur
— Mohsin Kamal (@64MohsinKamal) March 3, 2024
Shardul Thakur does not mince words. "The Ranji season needs to be spaced out," was the highlight of his post-match interaction! Watch out for what he says and watch out for stories from the #RanjiTrophy semifinals by @abhisheksainiii from Nagpur and @dipakragav and yours truly…
— Amol Karhadkar (@karhacter) March 3, 2024
कैसा हो रणजी ट्रॉफी का शेड्यूल
ठाकुर ने मैच के बाद रणजी ट्रॉफी के शेड्यूल को लेकर अपनी बात रखी. सोशल मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ठाकुर ने कहा है कि रणजी ट्रॉफी के मैचों में गैप होना चाहिए. उन्होंने कहा कि बीसीसीआई को रणजी ट्रॉफी के मैचों के बीच में गैप रखना चाहिए. उन्होंने कहा कि तीन दिन का गैप कम होता है क्योंकि कम गैप में नौ मैच खेलने से खिलाड़ी के चोटिल होने की संभावना बढ़ जाती है. ठाकुर ने इस सीजन रणजी ट्रॉफी में तीन चार ही मैच खेले हैं. इससे पहले वे साउथ अफ्रीका दौरे पर टीम इंडिया के साथ थे. ठाकुर ने टीम को सेमीफाइनल में पहुंचाने में अहम रोल निभाया है.
टाइट होता है शेड्यूल
रणजी ट्रॉफी का मौजूदा सीजन पांच जनवरी से शुरू हुआ था. पूरे सीजन में मैचों के बीच 3-4 दिन का ही गैप रहा था. ठाकुर का कहना है कि इस पर बीसीसीआई को ध्यान देना चाहिए और मैचों के बीच के गैप को बढ़ा देना चाहिए. इस सीजन का फाइनल 10 मार्च को खेला जाना है. यानी देखा जाए तो रणजी ट्रॉफी तकरीबन ढाई महीने तक चलेगा जिसमें कुल 38 टीमों ने हिस्सा लिया. पूरे सीजन इस दौरान कुल 138 मैच शेड्यूल थे.