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National Cricket Academy:BCCI के फैसले से बदली हजारों एथलीट्स की जिंदगी- NCA में होगी ओलंपिक मेडल जीतने की तैयारी

National Cricket Academy: भारतीय क्रिकोट कंट्रोल बोर्ड ने एक फैसला लिया है। जिसके बाद अब क्रिकेट के अलावा अन्य खेलों को भी भारत में बढ़ावा मिलेगा। आपको बता दें कि हाल ही भारत के 117 एथलीटों ने पेरिस ओलंपिक 2024 में हिस्सा लिया था।

National Cricket Academy: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) भारत में क्रिकेट के अलावा कई अन्य खेलों को भी सपोर्ट करता रहा है। बीसीसीआई ने इसी बीच ओलंपिक में भाग लेने वाले एथलीटों के लिए एक बड़ा फैसाल लिया है। बीसीसीआई अगले महीने बेंगलुरु में एक नई नेशनल क्रिकेट अकादमी (एनसीए) का अनावरण करने जा रहा है। इस एनसीए में खिलाड़ियों के लिए काफी नई सुविधाएं होंगी। आपको बता दें कि यह एनसीए भारतीय क्रिकेटरों के अलावा ओलंपिक जाने वाले भारतीय एथलीटों के लिए भी उपलब्ध होगी। बीसीसीआई सचिव जय शाह ने खुलासा किया कि नई सुविधा नीरज चोपड़ा और अन्य ओलंपिक खिलाड़ियों के लिए उपलब्ध होगी।

नए NCA में होंगी ये सुविधाएं

नए एनसीए के अगले महीने से चालू होने की उम्मीद है और माना जा रहा है कि इसमें अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी। जैसा कि जय शाह ने पहले बताया था, नई सुविधा में तीन इंटरनेशनल आकार के मैदान और 100 पिचें भी होंगी, जिनमें 45 इनडोर शामिल हैं। नई सुविधा में ओलंपिक आकार का स्विमिंग पूल और चोटिस एथलीटों के लिए एक आधुनिक रिहैब सेंटर भी होगा। जय शाह ने पुष्टि की कि नया एनसीए ओलंपिक एथलीटों के लिए उपलब्ध होगा। नीरज चोपड़ा सहित कई भारतीय एथलीट पहले इंटरनेशनल टूर्नामेंटों की तैयारी के लिए विदेशी कोच और ट्रेनिंग सेंटर को प्राथमिकता देते रहे हैं, लेकिन अगर बीसीसीआई उनके लिए एनसीए के दरवाजे खोलता है तो उन्हें काफी फायदा होगा। 

क्या बोले जय शाह

जय शाह ने एक नई नेशनल क्रिकेट अकादमी की आवश्यकता के बारे में भी बताया और कहा कि दुनिया की नंबर एक क्रिकेट टीम के लिए चिन्नास्वामी स्टेडियम से पिछली सुविधाओं को चलाना दुर्भाग्यपूर्ण है। जय शाह ने कहा कि अक्टूबर 2019 में सचिव का पद संभालने के बाद, महामारी के कारण आईपीएल के आयोजन में बहुत समय लग गया। कार्यालय दो साल तक बंद रहा। जब हमें दूसरा कार्यकाल 2022 में मिला, तो हमने फैसला किया कि हमें इस परियोजना को आगे बढ़ाना है। इसकी नींव मेरे पहले कार्यकाल में रखी गई थी।

उन्होंने आगे कहा कि हम जो भी उपलब्ध था उसका सबसे बेस्ट उपयोग करना चाहते थे। 2008 में हमें वह जमीन मिली और मुझे नहीं पता कि मेरे से पहले इस पद पर आए लोगों ने उसका उपयोग क्यों नहीं किया। मैं भाग्यशाली हूं कि अकादमी को आगे बढ़ाना मेरे भाग्य में था। यह दुर्भाग्यपूर्ण था कि हमें चिन्नास्वामी स्टेडियम से नेशनल क्रिकेट अकादमी (एनसीए) चलाना पड़ा। हम वित्त में नंबर 1 हैं, मार्केटिंग में नंबर 1 हैं और हम क्रिकेट में भी नंबर 1 हैं। यदि आप रैंकिंग देखें, तो हम दो फॉर्मेट में नंबर 1 हैं और एक फॉर्मेट में नंबर 2 हैं। इससे पहले हम तीनों फॉर्मेट में नंबर 1 थे।

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