Rinku Singh:इस खिलाड़ी की BCCI ने खोली किस्मत, IPL सैलरी से भी ज्यादा पैसे

11:03 PM Mar 01, 2024 | zoomnews.in

Rinku Singh: बीसीसीआई की ओर से जारी किए गए सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट के सामने आने के बाद लगातार इस पर चर्चा हो रही है। खास तौर पर ईशान किशन और श्रेयस अय्यर के बाहर होने को लेकर। भले ही ईशान और श्रेयस का इससे कुछ नुकसान हुआ हो, लेकिन कुछ खिलाड़ी ऐसे भी हैं, जिन्हें इस कॉन्ट्रेक्ट से फायदा हुआ है। उन्हें अब आईपीएल से भी ज्यादा सैलरी बीसीसीआई की ओर से मिलेगी। हम बात कर रहे हैं टीम इंडिया के यंग स्टार रिंकू सिंह की। 

रिंकू सिंह को केकेआर से मिलते हैं 55 लाख रुपये 

रिंकू सिंह इस साल का आईपीएल भी केकेआर की ओर से खेलते हुए नजर आएंगे। लेकिन शायद आपको पता ना हो कि रिंकू की पहली आईपीएल टीम कोलकाता नाइटराइडर्स नहीं है। साल 2017 में उन्हें पंजाब किंग्स ने दस लाख रुपये में खरीदा था। हालांकि इसके बाद उन्हें रिलीज कर दिया गया। साल 2018 के लिए जब वे फिर से नीलामी के लिए आए तो उन्हें 80 लाख रुपये में केकेआर की ओर से खरीद लिया गया। इसके बाद से लेकर 2021 तक वे इसी सैलरी पर आईपीएल के लिए खेलते रहे। इसके बाद साल 2022 में उनकी सैलरी 55 लाख रुपये हो गई। क्योंकि उन्हें रिलीज करने के बाद टीम ने कम दाम पर वापस ले लिया था। केकेआर ने उन्हें रिटेन किया है, इसलिए वे इस साल भी इसी टीम के लिए इतनी ही कीमत पर खेलते हुए नजर आएंगे। 

प्रदर्शन के आधार पर काफी कम है रिंकू ​की सैलरी 

रिंकू सिंह की ये सैलरी यानी 55 लाख रुपये तब की है, जब वे इतने विस्फोटक बल्लेबाज नहीं बने थे और फिनिशिर का टैग भी नहीं लगा था। उन्होंने असल कारनामा तो साल 2023 के आईपीएल में करके दिखाया था। लेकिन इस साल के लिए केकेआर ने उन्हें रिलीज ही नहीं किया। रिंकू सिंह की ये 55 लाख की सैलरी कई खिलाड़ियों से कम है। कहना गलत नहीं होगा कि उसने कमतर कई खिलाड़ी इससे ज्यादा सैलरी पा रहे हैं। लेकिन अब बीसीसीआई ने आगे आकर रिंकू सिंह का हाथ थामा है। 

बीसीसीआई के सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट में आने से मिलेंगे एक करोड़ रुपये 

बीसीसीआई ने अपनी नई कॉन्ट्रेक्ट की जो लिस्ट जारी की है, उसमें उन्हें ग्रेड सी में जगह दी गई है। इसमें उनके साथ कई और भी खिलाड़ी हैं। वैसे तो बीसीसीआई ने ये साफ नहीं किया है कि ग्रेड सी वाले खिलाड़ियों को कितने पैसे दिए जाएंगे, लेकिन इससे पहले तक इस ग्रेड के खिलाड़ियों को एक करोड़ रुपये दिए जाते रहे हैं। यानी अगर इसमें बदलाव नहीं होता है तो भी उनकी बीसीसीआई की सैलरी आईपीएल की कीमत से ज्यादा होगी। ये बात अपने आप में है तो आश्चर्यजनक, किन्तु सत्य भी है।