Team India New Coach: ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय टीम की हार का सबसे बड़ा कारण उनकी बैटिंग रही, जहां कई प्रमुख बल्लेबाजों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। विराट कोहली जैसे अनुभवी खिलाड़ी ने लगातार 8 बार एक ही तरीके से आउट होकर आलोचनाओं का सामना किया, जबकि रोहित शर्मा का प्रदर्शन भी काफी खराब रहा। इन घटनाओं के बाद बीसीसीआई की चिंता और बढ़ गई, और अब वह टीम की बैटिंग को सुधारने के लिए त्वरित कदम उठाना चाहती है।
बीसीसीआई का कदम: कोचिंग स्टाफ को मजबूत करने की कोशिश
रिपोर्ट्स के अनुसार, बीसीसीआई ने भारतीय टीम के प्रदर्शन पर एक रिव्यू मीटिंग की, जिसमें कप्तान रोहित शर्मा, चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर और टीम के हेड कोच गौतम गंभीर भी मौजूद थे। इस मीटिंग के बाद टीम मैनेजमेंट इस नतीजे पर पहुंची कि भारतीय बैटिंग में सुधार लाने के लिए कोचिंग स्टाफ को मजबूत किया जाना चाहिए। इसमें बैटिंग कोच की नियुक्ति पर विचार हो रहा है, और इसके लिए घरेलू क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ियों की ओर देखा जा रहा है।
गौरतलब है कि गौतम गंभीर खुद एक दिग्गज बल्लेबाज रह चुके हैं, लेकिन ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद उनकी कोचिंग क्षमताओं पर सवाल उठने लगे हैं। हालांकि, गंभीर को अभी चिंता करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि उनकी जगह सुरक्षित बताई जा रही है। उनका वर्तमान सपोर्ट स्टाफ बिना बैटिंग कोच के काम कर रहा है, जिसमें असिस्टेंट कोच अभिषेक नायर और रेयान टेन डेश्काटे शामिल हैं, लेकिन उनका रोल पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है।
गंभीर के सपोर्ट स्टाफ पर लटकी तलवार
क्रिकबज की रिपोर्ट के मुताबिक, रिव्यू मीटिंग में भारतीय टीम के बैटिंग कोच के लिए विभिन्न विकल्पों पर चर्चा की गई थी। बीसीसीआई अब बैटिंग के सुधार के लिए एक्सपर्ट्स के साथ जाने पर विचार कर रहा है। दूसरी ओर टाइम्स ऑफ इंडिया ने दावा किया कि असिस्टेंट कोच अभिषेक नायर और रेयान टेन डेश्काटे के कार्यकाल पर संकट मंडरा रहा है और उनके कार्यकाल को छोटा भी किया जा सकता है।
बीसीसीआई का यह कदम टीम के प्रदर्शन को सुधारने और भविष्य में होने वाली चुनौतियों के लिए तैयार होने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आगामी दिनों में भारतीय क्रिकेट टीम की बैटिंग में कितनी सुधार होती है और क्या नए बैटिंग कोच के नियुक्ति से टीम को फायदा होता है।