AUS vs PAK:ऑस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान को 360 रन से हराया, नाथन लियोन ने पूरे किए 500 विकेट

03:03 PM Dec 17, 2023 | zoomnews.in

AUS vs PAK: ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला पर्थ में खेला गया। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने मेहमान टीम बुरी तरह से हरा दिया है। सीरीज के पहले टेस्ट में पाकिस्तान के खिलाफ, ऑस्ट्रेलिया ने पर्थ में शानदार ऑल-राउंड प्रदर्शन करते हुए पर्यटकों को 360 रनों से हरा दिया। दूसरी पारी में पाकिस्तान को 450 रनों का लक्ष्य देने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने उसे सिर्फ 89 रनों पर ढेर कर शानदार जीत हासिल की। इस मैच में नाथन लियोन ने इतिहास रच दिया, वह अपने टेस्ट करियर में 500 विकेट लेने वाले तीसरे ऑस्ट्रेलियाई और कुल मिलाकर 8वें क्रिकेटर बन गए।

कैसा रहा मैच का हाल

ऑस्ट्रेलिया के ऑफ स्पिनर नाथन लियोन क्रिकेट के इतिहास में 500 टेस्ट विकेट लेने वाले चौथे स्पिनर बन गए। ल्योन ने रविवार, 17 दिसंबर को पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में फहीम अशरफ के विकेट के साथ अपनी उपलब्धि पूरी की। लियोन को दूसरी पारी में 500वां विकेट लेने के लिए काफी देर तक इंतजार करना पड़ा। लियोन ने अपना 500वां और 501वां विकेट अपना 7वां ओवर फेंकते हुए लिया, जब ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजों ने पाकिस्तान के टॉप और मिडिल ऑर्डर को पूरी तरह से खत्म कर दिया।

स्पिनर इस उपलब्धि तक पहुंचने वाले तीसरे ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज बनने के लिए शेन वार्न और ग्लेन मैकग्राथ के साथ लिस्ट में शामिल हो गए। लियोन टेस्ट मैच में 496 विकेट अपने नाम करके आए थे। स्पिनर ने पहली पारी में अब्दुल्ला शफीक, इमाम-उल-हक और आमिर जमाल को आउट करते हुए 3 विकेट लिए। लियोन ने पहली पारी में ही इस मुकाम तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत की लेकिन ट्रैविस हेड ने शाहीन शाह अफरीदी का विकेट लेकर पाकिस्तान टीम को समेट दिया और लियोन सिर्फ एक विकेट से चूक गए थे।

ग्राउंडमेन से क्रिकेटर तक का सफर

नाथन लियोन ने अपने टेस्ट करियर में इंग्लैंड और भारत के खिलाफ सबसे ज्यादा सफलता हासिल की है। उनके 500 विकेटों में से 110 इंग्लैंड के खिलाफ और 121 भारत के खिलाफ आए हैं। स्पिनर ने 123 टेस्ट मैचों में यह उपलब्धि हासिल की, जो यह उपलब्धि हासिल करने वाले 8 गेंदबाजों में से 5वां सबसे तेज गेंदबाज है। एक ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर होने के नाते 500 विकेट हासिल करना कोई आम बात नहीं है। साल 2010 में लियोन ऑस्ट्रेलिया में ग्राउंड स्टाफ का काम किया करते थे, लेकिन उनके कड़ी मेहनत के बाद आज उन्होंने अपनी टीम के लिए ऑस्ट्रेलिया में ही यह मुकाम हासिल कर लिया है।