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Lok Sabha Elections:कम से कम मेरे अंतिम संस्कार के लिए तो आइएगा... कांग्रेस अध्यक्ष की भावनात्मक अपील

Lok Sabha Elections: कर्नाटक के कलबुर्गी में जिस वक्त कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे जनसभा को संबोधित कर रहे थे उस समय उनके साथ मंच पर राज्य के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया भी मौजूद थे. कांग्रेस पार्टी ने कलबुर्गी लोकसभा सीट से राधा कृष्ण डोड़ामणि को

Lok Sabha Elections: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे बुधवार को अपने गृह जिला कलबुर्गी पहुंचे हुए थे. जहां, उन्होंने लोगों से भावनात्मक रूप से जुड़ाव बनाने की कोशिश की. कांग्रेस अध्यक्ष ने लोगों से अपील की कि भले ही वे आगामी लोकसभा चुनावों में पार्टी उम्मीदवार के पक्ष में वोट न करना चाहते हों, लेकिन अगर उन्हें लगता है कि उन्होंने (खरगे ने) उनके लिए काम किया है तो कम से कम उनके अंतिम संस्कार में आइएगा.

पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, कर्नाटक के कलबुर्गी जिले के अफजलपुर में एक चुनावी रैली में खरगे ने आगे कहा कि अगर उन्होंने (लोगों ने) कांग्रेस उम्मीदवार को वोट नहीं दिया, तो उन्हें लगेगा कि कलबुर्गी में अब उनके लिए कोई जगह नहीं है. कलबुर्गी लोकसभा सीट से खरगे के दामाद राधा कृष्ण डोड़ामणि कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं, बीजेपी ने वहां से मौजूदा सांसद उमेश जाधव को फिर से मैदान में उतारा है.

…तो सोचूंगा यहां मेरे लिए कोई जगह नहीं

जनसभा को संबोधित करते हुए खरगे ने कहा कि अगर आप इस बार (कांग्रेस उम्मीदवार को) अपना वोट देने से चूक गए, तो मैं सोचूंगा कि मेरे लिए यहां कोई जगह नहीं है और मैं आपका दिल नहीं जीत सका. कांग्रेस नेता ने इस सीट से 2009 और 2014 में चुनाव जीता था लेकिन 2019 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.

खरगे बोले- मैं आखिरी सांस तक राजनीति में रहूंगा

इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने लोगों से कहा कि आप हमें वोट दें या नहीं, लेकिन अगर आपको लगता है कि मैंने कलबुर्गी के लिए काम किया है तो कम से कम मेरे अंतिम संस्कार में जरूर आएं. उन्होंने कहा कि वह बीजेपी और आरएसएस की विचारधारा को हराने के लिए अपनी आखिरी सांस तक राजनीति में बने रहेंगे. मेरा जन्म राजनीति के लिए हुआ है. मैं चुनाव लड़ूं या नहीं लड़ूं, लेकिन इस देश के संविधान और लोकतंत्र को बचाने के लिए आखिरी सांस तक प्रयासरत रहूंगा.

‘सिद्धांतों से सेवानिवृत्त नहीं होना चाहिए’

खरगे ने कहा कि मैं राजनीति से संन्यास नहीं लूंगा. रिटायरमेंट तो पद से होती है, लेकिन किसी को अपने सिद्धांतों से सेवानिवृत्त नहीं होना चाहिए. कांग्रेस नेता ने कहा कि मैं बीजेपी और आरएसएस की विचारधारा को हराने के लिए पैदा हुआ हूं न कि उनके सामने आत्मसमर्पण करने के लिए.

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