Lok Sabha Election Result: लोकसभा चुनाव 2024 में राष्ट्रवादी कांग्रेस के खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी अजित पवार ने ली है। चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद गुरुवार को अजित पवार ने मंत्री दल की बैठक की और उसके बाद शाम को विधायक दल की बैठक की। इन बैठकों में चुनाव नतीजों पर चर्चा की। बैठक के बाद उन्होंने कहा कि एकनाथ शिंदे की शिवसेना को अच्छी सीट मिली हैं, उन्हें 50% सीट मिली हैं। एनडीए के खराब प्रदर्शन पर उन्होंने कहा कि पार्टियो का टूटना महाराष्ट्र में यह पहली दफा नहीं हुआ है। 1978 में भी इसी तरह पार्टियां टूटी थीं, तब भी महाराष्ट्र को यह पता था। इसलिए जब कभी हार मिलती है तो लोग यह कहते हैं कि इस वजह से हार मिली।
अजित पवार ने कहा कि अबकी बार 400 पार का नारा चला हर कहीं नारा चला, लेकिन विरोधी दल ने यह कहा कि इन्हें 400 पार क्यों चाहिए, क्योंकि इन्हें संविधान बदलना है। इस वजह से अब जो हुआ सो हुआ उस पर ज्यादा विचार करने से बेहतर है कि हम दोबारा पुरानी गलतियां ना करें उनसे सीख कर हमें आगे बढ़ाना है। उन्होंने कहा "आज की तारीख में शरद पवार का कहना सही है कि मुझसे ज्यादा वे बारामती को जानते हैं।"
क्यों घटा वोट शेयर?
अजित ने कहा "संविधान बदलने की जो बात चली, उसकी वजह से पिछड़ा वर्ग हमसे दूर चला गया। अल्पसंख्यक समाज तो सुबह सात बजे से वोट के लिए लाइन लगाकर खड़ा था। ऐसा तो कभी होता नहीं था। माइनोरिटी को यह लगने लगा कि हमें तो भारत देश से बाहर निकालने वाले है, इस तरह से कुछ भी खबर फैलाई गई। जो हुआ है वो सही नहीं हुआ है। हम उसे दुरुस्त करने की कोशिश करेंगे। महायुति के हमारे साथी दल अगर जल्द से जल्द कुछ फैसला करें तो हमें विधानसभा में अच्छी जीत मिल सकती हैं। आज मैंने सभी विधायकों के साथ बात की सभी ने कहा कि हम आपके साथ रहेंगे और पार्टी में बने रहेंगे यह एक परिवार है और हम ये परिवार आगे लेकर जाना है।"
चुनाव के नतीजों की जिम्मेदारी लेता हूं
अजित ने कहा "पवार परिवार हमारा आपस का मामला है और हमे उसे मिडिया के सामने लाने की जरूरत नहीं है। जहां तक राष्ट्र्वादी कांग्रेस पार्टी की बात है, चुनाव में जो भी नतीजे आए हैं उसकी जिम्मेदारी मैं स्वीकार करता हूं। 4 तारीख को देश की डोर किसके हाथ में जाएगी। शाम तक स्पष्ट हो चुका था कि एनडीए को बहुमत मिला लेकिन जो अपेक्षा व्यक्त की जा रही थी, वहां तक नंबर्स नहीं पहुंचे। राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रदर्शन के बारे में अगर कहा जाए तो हम इस प्रदर्शन से खुश नहीं हैं। मैं इस प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेता हूं। हम कहीं ना कहीं कमजोर साबित हुए। उसकी जिम्मेदारी मैं स्वीकारता हूं। आज सुबह भी मैंने राष्ट्रवादी कांग्रेस की मंत्रियों की बैठक ली। इस बैठक में साधारण तौर पर चुनाव के नतीजे इस तरह से क्यों रहे पर चर्चा हुई। मीडिया में हम देख रहे हैं कि हमारे विरोधी लगातार या फैला रहे हैं कि हमारे विधायक उनके संपर्क में है, लेकिन ऐसी स्थिति बिल्कुल नहीं है।"
बारामती के नतीजों से हैरान
एनसीपी नेता ने कहा "बारामती के जो नतीजे आए हैं उसके बारे में मैं खुद आश्चर्यचकित हूं। मुझे भी नहीं पता कि बीते कई वर्षों से मैं बारामती में काम कर रहा हूं। बारामती से सांसद और विधायक रहा हूं। बारामती ने मुझे हमेशा समर्थन दिया है, लेकिन बारामती की जनता ने मुझे क्यों समर्थन नहीं दिया? आखिरकार लोकतंत्र में जनता के आदेश को स्वीकार करना होता है। हम (शुक्रवार) सुबह दिल्ली जाएंगे और एनडीए के सभी घटक दल की बैठक वहां बुलाई है और दिल्ली में हम तीनों देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे बैठकर कुछ मुद्दों पर चर्चा करेंगे, लेकिन मेरा यह कहना है कि जिन वजह से हमें हार मिली है उसको समझ कर दुरुस्त कर आगे बढ़ना है और उन गलतियों को दोहराना नहीं है। मेरी वजह से परिणाम अच्छे नहीं आए इसलिए मुझे किसी और को दोष नहीं देना है, जो गलतियां हुईं उन्हें ठीक करना ही हमारा काम होगा। बारामती में कमी क्या रह गई इस बारे में मुझे बारामती के लोगों से चर्चा करने के बाद ही पता चल सकेगा, क्योंकि बारामती में जीते लेकिन सभी तालुका में ग्रामीण इलाकों में जो उत्साह देखने चाहिए था वह दिखाई नहीं पड़ा।"
चंद्रकांत पाटिल के बयान का असर हुआ
"संविधान का मुद्दा केंद्र से संबंधित था। महिलाओं को कहता रहा कि संविधान नहीं बदला जाएगा, लेकिन सत्ताधारी दाल का कोई सांसद कहीं कोई स्टेटमेंट देता था और सोशल मीडिया के जरिए वह महाराष्ट्र में भी पहुंचता था और लोगों के बीच में उसे स्टेटमेंट की चर्चा होती थी। आज हमारा राष्ट्रवादी कांग्रेस दल है अगर कोई विधायक स्टेटमेंट करता है तो इसका मतलब यह नहीं कि पूरे दाल का यही मत है, ऐसा नहीं होता। भाजपा मंत्री चंद्रकांत पाटिल का बारामती में आकर यह कहना कि मैं पवार को हराने के लिए आया हूं, लोगों को को अच्छा नहीं लगा और उसका परिणाम दिखा।"