Georgia News: जॉर्जिया के प्रसिद्ध स्की रिसॉर्ट, गुडौरी से एक बेहद दुखद घटना सामने आई है। प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, जहरीली कार्बन मोनोऑक्साइड गैस के संपर्क में आने से 11 भारतीय नागरिकों की मृत्यु हो गई है। यह घटना पूर्व सोवियत देश जॉर्जिया के पहाड़ी इलाके में स्थित इस लोकप्रिय पर्यटन स्थल पर हुई।
भारतीय दूतावास ने जताया शोक
त्बिलिसी में भारतीय दूतावास ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। दूतावास द्वारा जारी एक बयान में मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए कहा गया कि वे स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर मृतकों के शवों को जल्द से जल्द भारत भेजने की प्रक्रिया में लगे हैं। दूतावास ने यह भी बताया कि वे शोक संतप्त परिवारों के साथ लगातार संपर्क में हैं और हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
शारीरिक चोट के निशान नहीं
जॉर्जिया के आंतरिक मामलों के मंत्रालय ने अपने बयान में पुष्टि की कि किसी भी पीड़ित पर हिंसा या शारीरिक चोट के कोई निशान नहीं मिले हैं। मामले की जांच के लिए फोरेंसिक परीक्षण किया जा रहा है। यह कदम यह सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है कि मृत्यु के वास्तविक कारण का पता लगाया जा सके।
रेस्ट एरिया में मिले शव
सूत्रों के अनुसार, सभी 11 भारतीय नागरिकों के शव रेस्तरां की दूसरी मंजिल पर स्थित रेस्ट एरिया में पाए गए। रिपोर्टों के मुताबिक, ये सभी व्यक्ति वहीं कार्यरत थे। गुडौरी, ग्रेटर काकेशस पर्वत श्रृंखला में स्थित, एक प्रसिद्ध स्की रिसॉर्ट है और हर साल बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करता है।
स्थानीय अधिकारियों की जांच जारी
घटना के बाद स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने तुरंत जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में गैस लीक को इस त्रासदी का संभावित कारण बताया गया है।
मामले ने उठाए सुरक्षा सवाल
इस घटना ने न केवल भारतीय समुदाय बल्कि वैश्विक स्तर पर सुरक्षा उपायों को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। खासतौर से उन जगहों पर जहां बड़ी संख्या में विदेशी नागरिक काम करते हैं या ठहरते हैं।
भारत सरकार का सहयोग और सतर्कता
भारतीय दूतावास ने आश्वासन दिया है कि वे इस मामले को गंभीरता से देख रहे हैं। इसके साथ ही, भारत सरकार से भी उम्मीद है कि वह इस दुखद घटना में मारे गए भारतीय नागरिकों के परिवारों को हर संभव मदद प्रदान करेगी।
यह घटना न केवल शोक का विषय है, बल्कि विदेशों में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अधिक सख्त और सतर्क नीतियों की आवश्यकता को भी रेखांकित करती है।
— India in Georgia (@IndEmbGeorgia) December 16, 2024